शादी का झांसा देकर 5 वर्षों तक यौन शोषण
कदवा : कदवा थाना क्षेत्र के कुढ़ेला बोबरा गांव के एक युवक द्वारा इसी प्रखंड की एक युवती के साथ शादी का प्रलोभन देकर पिछले पांच वर्षों से यौन शोषण किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत पीड़िता ने एसपी विकास कुमार को एक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. मिली […]
कदवा : कदवा थाना क्षेत्र के कुढ़ेला बोबरा गांव के एक युवक द्वारा इसी प्रखंड की एक युवती के साथ शादी का प्रलोभन देकर पिछले पांच वर्षों से यौन शोषण किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत पीड़िता ने एसपी विकास कुमार को एक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है.
मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के कुरूम ग्राम निवासी लड़की ने सोमवार को एसपी विकास कुमार को दिये आवेदन में कहा है कि आज से पांच वर्ष पूर्व मैं अपने घर में अकेली थी. इसी बीच कदवा थाना क्षेत्र के कूढ़ेला बोबरा ग्राम निवासी धीरेन राय के पुत्र प्रमोद राय ने जबरन दुष्कर्म किया. मेरे विरोध करने पर प्रमोद ने मुझे शादी करने का प्रलोभन दिया.
मेरे अभिवावक प्रमोद राय के घर कूढ़ेला बोबरा मेरी शादी का प्रस्ताव को लेकर पहुंचे तो आरोपी के परिजन बोचाई राय के पुत्र राजा राय साकिन चौकी मोहना, धीरेंद्र राय के पुत्र पवन राय, धीरेन राय पिता नामालूम, मंजू देवी पति धीरेंद्र राय सभी साकिन कूढ़ेला बोबरा, थाना कदवा ने बदसलूकी करते हुए जान से मारने की धमकी दी.
परिजन कराते हैं अपहरण का मामला दर्ज, जांच में निकलता है प्रेम प्रसंग
कटिहार, जिले में प्रेम जोड़े के घर से फरार होने के मामले में परिजन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की भी परेशानी बढ़ रही है. पिता अपनी पुत्री के अपहरण का थाना में लिखित शिकायत आरोपित के खिलाफ करते हैं. जब पुलिस मामले की तफ्तीश करती है तो मामला प्रेम प्रसंग निकलता है. पुलिस कटिहार सहित आसपास के जिलों यहां तक कि दूसरे राज्य में भी छापेमारी कर अपहृता को बरामद करती है.
लेकिन इस मामले में पुलिस व परिजनों की तब और भी परेशानी बढ़ जाती है. जब प्रेमी जोड़े नाबालिग होते हैं तथा कोर्ट में अपने तथाकथित प्रेमी के साथ रहने की इच्छा जताते हैं. कोर्ट उसे महिला हैल्प लाइन में भेज देती है. अगर वह बालिग है तो फिर कोर्ट उन्हें पति के साथ रहने की इजाजत दे देती है. लेकिन इन सभी में जिले का अपराधिक ग्राफ बढ़ जाता है.
एक माह में करीब चार सौ मामले होते है दर्ज
जिले में एक माह में एक थाना में करीब 15-20 मामले दर्ज कराये जाते हैं. जिले में कुल 21 थाना एवं आठ ओपी है. अगर पूरे एक माह की बात की जाये तो तकरीबन 400 से भी अधिक मामले अपहृण के दर्ज जिले के विभिन्न थाना में कराये जाते है. जिनकी वास्तविकता प्रेम प्रसंग में घर से या फिर अन्य संस्थानों से फरार होना रहता है. बावजूद पुलिस अपहरण का मामला दर्ज कर मामले की तफ्तीश में जुट जाती है.