आरपीएफ ने 35 अवैध हॉकर को पकड़ा

कटिहार : रेलवे ने सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए आरपीएफ कमांडेट के निर्देश पर कटिहार प्लेटफार्म एवं रेलवे परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाकर 35 अवैध भेंडर को गिरफ्तार किया है. आरपीएफ कमांडेट राजेंद्र बाबू राव के निर्देश पर आरपीएफ अवर निरीक्षक एसएस मीणा के नेतृत्व में आरपीएफ ने बुधवार को रेलवे प्लेटफार्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2019 7:59 AM

कटिहार : रेलवे ने सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए आरपीएफ कमांडेट के निर्देश पर कटिहार प्लेटफार्म एवं रेलवे परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाकर 35 अवैध भेंडर को गिरफ्तार किया है. आरपीएफ कमांडेट राजेंद्र बाबू राव के निर्देश पर आरपीएफ अवर निरीक्षक एसएस मीणा के नेतृत्व में आरपीएफ ने बुधवार को रेलवे प्लेटफार्म पर सघन चेकिंग अभियान चलाकर, चाय, पान, गुटका, सिगरेट, पेपर सहित खान पान की अन्य सामग्री अवैध रूप से बेचने के आरोप में 35 अवैध भेंडरों को गिरफ्तार किया. आरपीएफ ने पकड़े गये भेंडरों को आरपीएफ स्टेशन लेकर आये. तदोपरांत उसे रेलवे दंडाधिकारी धमेंद्र सिंह के यहां प्रस्तुत किया गया.

जहां पकड़े गये अवैध भेंडरों को रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी धमेंद्र सिंह ने रेलवे एक्ट उल्लंघन को लेकर प्रति भेंडर दो-दो हजार रूपये जुर्माना लगाया तथा एक दिन के लिए सभी भेंडरों को जेल भेज दिया गया. इसके एक दिन पूर्व मंगलवार को भी 40 अवैध भेंडरों को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया था. उन वेडरों को भी दो दिन के लिए जेल भेजा गया था. इस कार्रवाई से रेलवे क्षेत्र में अवैध दुकान लगाने वाले अवैध वेडरों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है.
80 फुटपाथ दुकानदारों को भेजा जेल, आक्रोश
कटिहार. दो दिनों में जेपी चौक एवं मॉडल स्टेशन बिल्डिंग के आसपास चाय, पान एवं फल बेचने वाले छोटे-छोटे फुटपाथ दुकानदारों के साथ-साथ साइकिल पर अखबार बेचने वाले हॉकरों को भी जेल भेजा गया है. आरपीएफ थाना में बन्द दुकानदारों से एवं आरपीएफ इंस्पेक्टर से मिलने के बाद राजद नेता समरेन्द्र कुणाल ने गिरफ्तारी की निंदा की.
उन्होंने कहा कि रोज कमाने खाने वाले फुटपाथ दुकानदारों की गिरफ्तारी से परिवार को भूखमरी का सामना करना पड़ेगा. कुणाल ने कहा कि दुकानदारों के लिए उद्योग विहीन कटिहार में रोजगार की कोई संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि कटिहार में ही रेलवे सुरक्षा बलों का नियम कानून चलता है.
जबकि कटिहार मंडल रेल अंतर्गत एनजीपी सिलिगुड़ी में भी जबरदस्त अतिक्रमण है. वहां कोई कारवाई नहीं होता है. कुणाल ने कहा कि वर्षो से ठेला पर दुकानदारी करने वाले दुकानदार के लिए शहर के किसी दूसरे स्थान पर दुकानें लगाने का विकल्प नहीं दूसरे प्रान्तों में प्राइवेट जॉब नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अस्सी लोग बेरोजगार हो गये हैं.

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