बाढ़ में ध्वस्त पुल का नहीं हुआ निर्माण
कदवा : करोड़ों रुपये सरकार के खर्च किये जाने के बाद भी प्रखंड मुख्यालय कदवा से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित महम्मदपुर पंचायत के संझेली ग्राम के लोग सड़क सुविधा के आभाव में परेशान हैं. लोगों के लिए आवागमन कठिन समस्या बन गयी है. जानकारी के अनुसार संझेली ग्राम के बल्थर मोड़ से […]
कदवा : करोड़ों रुपये सरकार के खर्च किये जाने के बाद भी प्रखंड मुख्यालय कदवा से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित महम्मदपुर पंचायत के संझेली ग्राम के लोग सड़क सुविधा के आभाव में परेशान हैं. लोगों के लिए आवागमन कठिन समस्या बन गयी है.
जानकारी के अनुसार संझेली ग्राम के बल्थर मोड़ से सोनैली बाजार एवं रेलवे स्टेशन जानेवाली सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2017 में सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया. जिसकी दूरी लगभग छह किलो होगी. विदित हो कि उक्त सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2017 में कराया गया.
परंतु वर्ष 2017 में ही 14 अगस्त 2017 को कदवा में आई प्रलयंकारी बाढ़ के कारण उक्त नवनिर्मित सड़क के अंतर्गत निर्मित दो पुल ध्वस्त हो गये. सड़के जर्जर अवस्था में पहुंच गयी और जल जमाव के कारण संझेली ग्राम के दो हजार से भी अधिक आबादी का सोनैली बाजार और स्टेशन जाना बाधित हो गया. पश्चात ध्वस्त पुल के निकट डायवर्सन बनाकर यातायात चालू किया गया. परंतु पुल की स्थिति यथावत है.
इतना ही नही पुनः इस वर्ष 2019 माह आगत 14 को आई बाढ़ ने निर्मित सभी डायवर्सन एवं अन्य स्थानों में सड़क को बहा ले गया. इस डायवर्सन निर्माण में सरकार की मोटी राशि खर्च कर यातायात को चालू किया गया. परंतु निर्मित डायवर्सन का आलम यह है कि इस पर वाहनों का चलना कठिन कार्य है. वर्ष 2017 में इस सड़क में ध्वस्त पुलों के निर्माण की दिशा में कोई कारगर कदम नही उठाया गया.
जिससे न केवल संझेली वरण कुम्हडी, महम्मदपूर, नूनगरा आदि के हजारों लोगों को सोनैली बाजार एवं रेलवे स्टेशन सोनैली जाने में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. खासकर इस क्षेत्र के लोगों का चर्चित हाट शुक्रहाट जहां क्षेत्र के आधे से अधिक परिवार हाट में विभिन्न तरह की सामग्रियां खरीदने जाते हैं. उन्हें आवाजाही में परेशानी होती है.
उक्त गांवों के अरुण शर्मा, कन्हैया भगत, नागेंद्र शर्मा, राजकुमार भगत, अनिल यादव, गुणसागर ऋषि, अरुण साह, मनोज साह आदि ने कहा कि बल्थर मोड़ से सोनैली बाजार जाने वाली सड़क की स्थिति बाढ़ के पानी की वजह से इतना जर्जर है. इसपर चलना कठिन कार्य है. फलस्वरूप छह किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए 15 किलोमीटर का सफर कुम्हडी, कदवा एवं दोखडा होकर जाना पड़ता है. बहरहाल ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के अधिकारी से सड़क की हालत को पुलों के निर्माण के साथ ठीक करने की मांग किया है.