शौचालय की टंकी साफ करने से नगर निगम ने किया इंकार, 70 से अधिक आवेदन पड़े हैं महीनों से लंबित

कटिहार : एक तरफ सरकार हर घर शौचालय का निर्माण करा रही है तो दूसरी तरफ शहर के शौचालय की टंकी साफ कराने की समस्या विकराल बन गयी है. दरअसल पिछले महीने सात अक्तूबर से ही नगर निगम प्रशासन ने शहर के शौचालय टंकी के सफाई कार्य को बंद कर दिया है. निगम का तर्क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2019 8:47 AM

कटिहार : एक तरफ सरकार हर घर शौचालय का निर्माण करा रही है तो दूसरी तरफ शहर के शौचालय की टंकी साफ कराने की समस्या विकराल बन गयी है. दरअसल पिछले महीने सात अक्तूबर से ही नगर निगम प्रशासन ने शहर के शौचालय टंकी के सफाई कार्य को बंद कर दिया है. निगम का तर्क है कि उनके पास शौच फेंकने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं है. जिसके कारण शौचालय टंकी की साफ-सफाई का कार्य पूर्ण रूप से बंद है. टंकी सफाई को लेकर 70 से अधिक आवेदन नगर निगम में पड़े हुए हैं.

जिसका अब तक शौचालय की टंकी सफाई नहीं हो पायी है. जिससे लोग काफी परेशान हैं. सात अक्टूबर से शौचालय की टंकी की सफाई का कार्य बाधित होने से कई घरों के परिवारों का जीना दुभर हो गया है. जबकि सात अक्तूबर से टंकी सफाई को लेकर नगर निगम में नये आवेदन लेने से मना कर दिया है.
इस कारण से लोग प्रत्येक दिन टंकी की सफाई कराने को लेकर नगर निगम के चक्कर काटने के लिए मजबूर है. टंकी की सफाई करने को लेकर दिये आवेदन कर्त्ता के पूरे परिवार वाले का जीना दुर्भर हो गया है. शौचालय की टंकी भर जाने के कारण वह अपने घर में शौच नहीं कर पा रहे हैं. शौच के लिये पूरे परिवार को पड़ोसी के घर का सहारा लेना पर रहा है.
रोजाना आवेदन कर्ता नगर निगम पहुंचकर सफाई कब तक होगी यह जानने की कोशिश में लगे हुए हैं. लेकिन रोज उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ हाथ नहीं लग पा रहा है. गुरुवार को भी टंकी सफाई की अर्जी लेकर संतोषी चौक के बीरबल गुप्ता, तेजा टोला के मो नसीम नगर निगम पहुंचे थे, लेकिन टंकी सफाई को लेकर उनकी अर्जी लेने वाला कोई नहीं था.
दोनों ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी द्वारा बोला गया कि अभी टंकी की साफ-सफाई को लेकर नये आवेदन नहीं लिए जा रहे हैं. जबकि दोनों यह बात जानकर काफी परेशान दिखे. दोनों ने कहा कि घर की शौचालय की टंकी भर गयी है. यदि उनकी सफाई नहीं हुई तो पूरा परिवार शौच के लिए कहां जायेंगे. यह बड़ी समस्या सामने खड़ी हो गयी है.
कहते हैं नगर आयुक्त
नगर आयुक्त रामजी साह ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा नगर निगम की जमीन पर मल फेंकने से मना कर रहे हैं. यह समस्या आई है. पर्व को लेकर थोड़ी व्यस्तता थी. मामले को लेकर एसडीओ के संज्ञान में दिया जा चुका है. दो-तीन दिन में मामले का निपटारा कर लिया जायेगा.
मल फेंकने से लोग करते हैं मना
शहर से तीन किलोमीटर दूर उदामा रेखा में नगर निगम की अपनी लगभग 15 एकड़ जमीन है.
जहां पर नगर परिषद के समय से ही शौचालय की टंकी का मल वहां पर डालकर डंपिंग किया जाता रहा है. लेकिन एक महीना पूर्व से ही वहां के आसपास बसे स्थानीय लोगों द्वारा नगर निगम को मल वहां फेंकने से मना किया जा रहा है. स्थानीय लोग नगर निगम के इस कार्य के खिलाफ हो गये हैं. जिस कारण से शौचालय की टंकी की साफ सफाई नहीं हो पा रही है.
स्वच्छता निरीक्षक कैलाश चौधरी ने बताया कि नगर परिषद के समय से ही वहां पर मल फेंका जाता रहा है. लेकिन अभी वहां के स्थानीय लोग मल फेंकने से मना कर रहे हैं. जिस कारण से सात अक्टूबर से शौचालय की टंकी की साफ सफाई का कार्य बाधित है. सफाई को लेकर तकरीबन 70 आवेदन प्राप्त है. नये आवेदन लेना फिलहाल बंद कर दिया गया है. बहुत जल्द ही मामले का निपटारा कर लिया जायेगा और टंकी की सफाई का कार्य शुरू हो जायेगा.
दरअसल नगर निगम की जमीन जहां पर है पहले उस जमीन के आसपास कोई आबादी नहीं बसती थी. लेकिन धीरे-धीरे चारों तरफ लोगों ने अपना बसेरा बना लिया है. जिस कारण से लोग वहां गंदगी फेंकने का विरोध कर रहे हैं. हालांकि नगर निगम द्वारा उसी खाली जमीन पर बस स्टैंड और कचरा फेंकने का भी स्थल बनाये हुए हैं. बहरहाल यदि नगर निगम की ओर से इस समस्या का जल्द से जल्द निपटारा नहीं किया गया तो लोगों की परेशानी और बढ़ने वाली है.

Next Article

Exit mobile version