ट्रेड यूनियन की हड़ताल का व्यापक असर
कटिहार : केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर संयुक्त ट्रेड यूनियनों के नेतृत्व में बुधवार को देशव्यापी हड़ताल के तहत किये गये हड़ताल व प्रदर्शन का कटिहार में व्यापक असर पड़ा है. केंद्र के दस संगठन यूनियनों के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल को लेकर सभी ने अपनी एकता का […]
कटिहार : केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर संयुक्त ट्रेड यूनियनों के नेतृत्व में बुधवार को देशव्यापी हड़ताल के तहत किये गये हड़ताल व प्रदर्शन का कटिहार में व्यापक असर पड़ा है. केंद्र के दस संगठन यूनियनों के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल को लेकर सभी ने अपनी एकता का परिचय देते हुए सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन सुबह 9:00 बजे से ही शहर में दिखाई पड़ने लगा था. सुबह 9:00 बजे से सभी ट्रेड यूनियनों के नेता और श्रमिक मजदूर अपने संगठन का बैनर, पोस्टर और झंडा लिए शहर के शहीद चौक पर जुटने लगे थे.
ट्रेड यूनियन के सभी नेताओं के शहीद चौक पहुंचने के बाद श्रम संगठन मंच के संयोजक सह इंटक जिला अध्यक्ष विकास सिंह के नेतृत्व में शहर में एक जुलूस निकाली गयी. यह जुलूस शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए प्रधान डाकघर पहुंचे. जहां पूर्व से ही प्रधान डाक घर के कर्मचारी हड़ताल को सफल बनाने के लिए डाकघर में ताला जड़ धरना पर बैठे हुए थे.
जहां सभी ट्रेड यूनियन के नेताओं ने एक स्वर में ट्रेड यूनियन संगठनों की जिंदाबाद के नारे लगाते हुए शहर का भ्रमण करते पुनः शहीद चौक पहुंचकर सभी प्रदर्शनकारियों ने शहर के आवागमन को ठप कर दिया. जुलूस के दौरान यूनियन के नेताओं ने शहर में खुले दुकानदारों से अपनी दुकान बंद कर हड़ताल में शामिल होने की अपील की. जिस पर कई दुकानदारों ने भी अपनी दुकान बंद कर बंदी में अपना समर्थन जताया.
सभी ट्रेड यूनियन के नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ शहर के शहीद चौक पर सड़क के बीचोंबीच बैठकर शहर के आवागमन को पूर्ण रूप से बाधित कर दिया. सुबह के 11:20 से लेकर दोपहर के 1:30 बजे तक प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन चलता रहा. हालांकि प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस और गंभीर अवस्था में मरीजों की गाड़ियां को आने जाने से नहीं रोका. बंदी के इस आह्वान में कदवा विधायक डॉ शकील अहमद खान, पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री डॉ रामप्रकाश महतो भी पहुंचकर अपना समर्थन दिये.
धीरे-धीरे ट्रेड यूनियन समर्थकों की भीड़ बढ़ती गयी. आंगनबाडी, रसोईया संघ, आशा कर्मी, बड़ी संख्या में महिलाएं हाथों में झंडा लिए शहीद चौक पर पहुंचकर प्रदर्शन को और तेज कर दिया. मौके पर वक्ताओं ने सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को जायज बताते हुए मांगो को मानने पर बल दिया.
मौके पर कदवा विधायक डॉ शकील अहमद खान ने कहा कि इस हड़ताल को कांग्रेस का पूर्ण सहयोग और समर्थन है. मजदूरों की लड़ाई में हम आपके साथ हैं. इस सरकार को उखाड़ फेंकने में जहां भी हमारी जरूरत पड़ेगी. हम सभी के साथ खड़ा रहेंगे. पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ रामप्रकाश महतो ने कहा कि अब यह लड़ाई सड़क से सदन तक होगी और केंद्र सरकार को उखाड़ फेकने तक लड़ाई अनवरत जारी रहेगा.
मौके पर वक्ताओं ने स्थानीय जूट मिल के बंद पर सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जतायी. मौके पर इंटक अध्यक्ष विकास सिंह, एटक अध्यक्ष देव कुमार झा, बीएसएस आर के नेता अरूप घोष, सीटू के नेता वारिस हुसैन, एक्टू के नेता मुकुल कुमार, पेंशनर एसोसिएशन के राज्य उपाध्यक्ष रामानंद सिंह, कोआर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष दयानंद सिंह, एचएमएस के जिला अध्यक्ष गिरीश कुमार सिंह,
कटिहार लेबर यूनियन के मंत्री दिलीप मंडल, कटिहार जिला ऑटो संघ के गौतम घोष, निजी मोटर वाहन के टुनटुन राय, पोस्टल के पंकज कुमार, दूरसंचार के रामनाथ सिंह, जीआईसी के परितोष कुमार सिन्हा, रामलगन सिंह आदि ने सरकार की नीतियों के खिलाफ अपना वक्तवय रखा. सुबह के 11:20 से लेकर दोपहर के 1:30 बजे तक आवागमन बाधित रहने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. 1:30 बजे सभी नेताओं के साथ समर्थकों ने नगर थाना में अपनी गिरफ्तारी दिया.
इस अवसर पर धनंजय सिंह, लक्ष्मण सिंह, प्रीति झा, अशोक विश्वास, मो सऊद, शाहनवाज खान, राजीव चाकी, पुतुल सिंह, विनोद झा, हरेंद्र मिश्रा, पूरण महतो, मोहरम खान, अमर सिंह, सुरेश पासवान, अशोक शर्मा, प्रकाश महतो, प्रभात कुमार सिंह, योगेंद्र मेहता, अशोक मेहता, वीरेंद्र सहवाग, संजय चौधरी, अमर शर्मा, हीरा सिंह, कुंदन सिंह, लालमोहन सिंह, बृजनंदन सिंह, सुभाष चंद्र मंडल, अखिलेश गुप्ता राम मुर्मू अर्जुन दास, मो मुख्तार, गोपाल पासवान, हासिम अंसारी , शिवलाल हेंब्रम, इंदिरा देवी, गीता देवी, रंजना देवी, रुकसाना खातून, रवीना देवी, इंदिरा देवी, गुरुदेव कुमारी, लाल कुमार यादव, धनिया देवी, आसमा खातून, तारा देवी, नुजहत परवीन आदि प्रदशन में शामिल थे.
आवागमन पूरी तरह से रहा ठप : ट्रेड यूनियनों के एक दिवसीय हड़ताल की वजह से शहर में आवागमन पर प्रतिकूल असर पड़ा. शहर का मुख्य द्वार कहे जाने वाले शहीद चौक को जाम कर दिये जाने की वजह से वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप रहा.
ट्रेड यूनियनों की ये मांगें रहीं शामिल
कटिहार. राष्ट्रव्यापी हड़ताल में संयुक्त ट्रेड यूनियन के महत्वपूर्ण मांगों में महंगाई पर रोक लगाना, बेरोजगारी पर रोक लगाना, ठेका प्रथा समाप्त करने, समान काम समान वेतन, भूमि अधिग्रहण बिल वापस लेने, रेल रक्षा बैंक पेंशन में निजीकरण बंद करने, न्यूनतम मजदूरी 21000 मासिक, न्यूनतम पेंशन 10000 मासिक, रिक्त पदों पर नियुक्ति, 45 दिनों में यूनियन का निबंधन करने, श्रम संगठन पर हमला बंद करने, पथ परिवहन निगम में संशोधन करने एवं स्थानीय बंद आरबीएचएम जूट मिल को पुनः चालू करना आदि मांगे शामिल थी.
आबादपुर में भारत बंद का रहा व्यापक असर
आबादपुर. केंद्र सरकार की नीतियों के विरुद्ध देश के कुल दस ट्रेड यूनियनों एवं ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन की ओर से आहूत भारत बंद को आबादपुर थाना क्षेत्र स्थित अधिकांश स्थानों में क्षेत्रवासियों ने बुधवार को अपना भरपूर समर्थन दिया. इस दौरान थाना क्षेत्र स्थित गोवालटोली, काजिटोला, आबादपुर, दासग्राम, शिकारपुर एवं चांदपाड़ा चौक में अधिकतर दुकानें बंद पायी गयी.
मौके पर उक्त बंद का भाकपा माले कार्यकर्ताओं, आईसा से जुड़े छात्रों एवं किसान व मजदूर संगठनों तथा छोट-बड़े दुकानदारों ने सड़क पर उतर कर अपना सहयोग दिया. इस दौरान आईसा एवं माले नेताओं ने गोवालटोली चौक स्थित मुख्य सड़क पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर हल्ला बोला.