जीवित व्यक्ति को किया मृत घोषित, जाने फिर क्या हुआ…?
कटिहार/ बारसोई: प्रखंड कार्यालय बारसोई का बड़ा कारनामा सामने आया है, जिसमें जीवित वयोवृद्ध को ही मृत घोषित कर दिया गया है और अब वो वयोवृद्ध सरकारी लाभ पाने के लिए दर-दर भटक रहा है. मामला प्रखंड के चौन्दी पंचायत के खिदिरपुर गांव के एक वयोवृद्ध ग्रामीण गुलाब चुनारी का है, जिसकी उम्र लगभग सौ […]
कटिहार/ बारसोई: प्रखंड कार्यालय बारसोई का बड़ा कारनामा सामने आया है, जिसमें जीवित वयोवृद्ध को ही मृत घोषित कर दिया गया है और अब वो वयोवृद्ध सरकारी लाभ पाने के लिए दर-दर भटक रहा है. मामला प्रखंड के चौन्दी पंचायत के खिदिरपुर गांव के एक वयोवृद्ध ग्रामीण गुलाब चुनारी का है, जिसकी उम्र लगभग सौ वर्ष है. अब तक उन्हें प्रखंड कार्यालय द्वारा विधवा पेंशन दिया जा रहा था. परंतु जब आधार कार्ड जोड़ने की जरूरत पड़ी तो आधार कार्ड में वह पुरुष था, जिसे प्रखंड कार्यालय की भूलवश उसे विधवा पेंशन दिया जा रहा था, जबकि उन्हें वृद्धा पेंशन देना था.
इस भूल कोसुधारने की जगह प्रखंड कार्यालय के कर्मी द्वारा उक्त वयोवृद्ध को मृत घोषित कर पेंशन सूची से ही उसका नाम हटा दिया गया. अब उक्त वयोवृद्ध व्यक्ति पेंशन एवं अन्य सरकारी सेवा के लिए दर दर भटक रहा है. इस विषय मे जदयू की जिला मीडिया संजोजक रोशन अग्रवाल ने कहा कि स्थिति संज्ञान में आते ही उक्त वयोवृद्ध पीड़ित के घर गया तथा उनसे मिल कर उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया. उन्होंनेकहा कि प्रखंड कर्मी की यह लापरवाही बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जायेगी. मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी जियाउल हक ने कहा कि इस कार्य के जिम्मेदार कर्मी कार्यपालक सहायक मिठू कुमार झा से स्पष्टीकरण की मांग की गई है तथा तत्काल प्रभाव से उक्त कर्मी के वेतन पर रोक लगाते हुए भूल को अविलंब सुधारने के निर्देश जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि एक कर्मी केकारण वयोवृद्ध को परेशानी हुई है. बहुत जल्द ही उक्त समस्या को दूर कर दिया जायेगा.