दूधमुंहा को दूध भी नहीं उपलब्ध करा रहा जिला प्रशासन

कटिहार : जिले की एक महिला दूधमुंहे बच्चे की दूध के लिए भटक रही है. उसे कोई सहायता नहीं मिल पा रही है. यह कहानी शहर के वार्ड संख्या 35 नया टोला कटिहार की घरेलू कामगार मसोमात नीलम के बेटी मुन्नी देवी की है. आर्थिक व पारिवारिक बोझ के कारण अल्प आयु में इसकी शादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2014 9:27 AM
कटिहार : जिले की एक महिला दूधमुंहे बच्चे की दूध के लिए भटक रही है. उसे कोई सहायता नहीं मिल पा रही है. यह कहानी शहर के वार्ड संख्या 35 नया टोला कटिहार की घरेलू कामगार मसोमात नीलम के बेटी मुन्नी देवी की है.
आर्थिक व पारिवारिक बोझ के कारण अल्प आयु में इसकी शादी भागलपुर जिला के नवगछिया के रहनेवाले अधेड़ उम्र के राम यादव के साथ कर दी गयी. जिसके बाद उक्त महिला ने एक लड़की को जन्म दिया. आर्थिक भरण-पोषण के कारण उस महिला को उसके पति ने छोड़ दिया. 2013 में काबर कोठी बरारी निवासी टुनटुन यादव ने मुन्नी देवी से शादी किया.
बिना पहचान बताये उन्होंने शादी से पहले कहा था कि उनकी पत्नी डिलीवरी के वक्त मर गयी. जबकि मुन्नी देवी ने स्पष्ट कर दिया था कि उसका पहला पति से एक बच्च है और पति छोड़ चुका है. दूसरी शादी के बाद जब मुन्नी अपने ससुराल पहुंची तो देखा कि दूसरे पति का पांच बच्च है और पत्नी उसे छोड़ चुकी है. शादी के कुछ दिन बीतने के बाद उसे प्रताड़ित किया जाने लगा. इसी दौरान वह गर्भवती हो गयी. मारपीट प्रताड़ना देकर दूसरे पति ने घर से भगा दिया.
फिर मुन्नी अपने मायके चली आयी. जहां पर वह दो जुड़वा लड़के को जन्म दिया. उसके बाद दूसरे पति ने उक्त महिला पर केस कर दिया, जो परिवार न्यायालय में लंबित है. उसके बाद मुन्नी देवी ने काउंटर केश दर्ज कराया. इसी क्रम में स्वयंसेवी संस्था निदान के संगठन कर्ता बबीता सरकार से उनकी मुलाकात हुई. श्रीमती सरकार ने इस संबंध में समन्वयक मुकेश सिंह को जानकारी दी. समन्वयक श्री सिंह ने तत्क्षण चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के प्रधान डीएम को सूचित किया.
जिसके बाद चाइल्ड वेलफेयर के रवींद्र मिश्र आए और संपूर्ण ब्योरा लिए. लेकिन आज तक दूधमुंहे बच्चे और मां लाभ से वंचित है. पुन: दो दिन बाद निदान के जिला समन्वयक श्री सिंह ने सामाजिक सुरक्षा कोषांग के पदाधिकारी से मुन्नी व बच्चे को पोषाहार का मांग किया. जिसपर आश्वासन तो मिला, लेकिन विभाग के कोई पदाधिकारी सुधि लेने नहीं पहुंचे.
क्या कहते हैं डीएम
डीएम प्रकाश कुमार ने कहा कि एससी, एसटी मामले में प्रावधान है, फिर भी ऐसी बात है तो उक्त महिला आवेदन देकर आवगत कराये. उसके बाद आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.

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