चिटफंड कंपनी के दफ्तर में लटका है ताला
प्रतिनिधि, बरारी प्रखंड क्षेत्रों में चिटफंड बैंक के द्वारा गरीब जनता की गाढ़ी कमाई को जमा करा कर कई बैंकों में ताला लटका दिख रहा है. इससे चिटफंड बैंक के एजेंट की नींद हराम हो गयी है. बरारी प्रखंड क्षेत्रों में प्रयाग ग्रुप बैंक जो गुरुबाजार स्टेशन चौक पर संचालित था. इसके संचालक बैंक छोड़ […]
प्रतिनिधि, बरारी प्रखंड क्षेत्रों में चिटफंड बैंक के द्वारा गरीब जनता की गाढ़ी कमाई को जमा करा कर कई बैंकों में ताला लटका दिख रहा है. इससे चिटफंड बैंक के एजेंट की नींद हराम हो गयी है. बरारी प्रखंड क्षेत्रों में प्रयाग ग्रुप बैंक जो गुरुबाजार स्टेशन चौक पर संचालित था. इसके संचालक बैंक छोड़ भाग गये हैं.
बरारी प्रखंड के तत्कालीन बीडीओ अरुण कुमार चौबे, बरारी के तत्कालीन थानाध्यक्ष केके दिवाकर एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी जीपीएस उत्तमलाल पासवान के द्वारा बैंक को सील किया गया और अब तक सील पड़ा है, लेकिन निवेशकों का जमा राशि उन तक नहीं पहुंच पायी है. बरारी क्षेत्र में कई नन बैंकिंग कंपनियों ने जिसमें प्रयाग इंफोटेक आइराइज लिमिटेड, पोली बैंक, माइक्रोफाइनेंस इंस्टीच्यूट से जुड़ी रूलर एग्रो फार्मिंग लिमिटेड, सिलिकोन आदि नन बैंकिंग की दर्जनों कंपनियां बरारी क्षेत्र की जनता की गाढ़ी कमाई को लेकर चलती बनी है. वर्तमान में सरकार ने नन बैंकिंग कंपनी चिटफंड को लेकर प्रशासन को कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है, लेकिन इससे छोटे निवेशकों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है.