धीमी गति से हो रहा एनएच का निर्माण कार्य, आक्रोश
प्रतिनिधि, प्राणपुरएनएच-81 उच्च पथ का निर्माण तेजी से नहीं किये जाने से आमलोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस्तौल-प्राणपुर-लाभा होते हुए बंगाल सीमा रेखा तक तकरीबन 150 करोड़ राशि की लागत से तीस किलोमीटर तक एनएच-81 उच्च पथ का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण पिछले तीन वर्षों से किया जा रहा है. […]
प्रतिनिधि, प्राणपुरएनएच-81 उच्च पथ का निर्माण तेजी से नहीं किये जाने से आमलोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस्तौल-प्राणपुर-लाभा होते हुए बंगाल सीमा रेखा तक तकरीबन 150 करोड़ राशि की लागत से तीस किलोमीटर तक एनएच-81 उच्च पथ का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण पिछले तीन वर्षों से किया जा रहा है. इसमें तकरीबन एक किलोमीटर लाभा व बाबूपुर गांव के समीप भूमि विभाग द्वारा भूमि अधिग्रहण नहीं किया गया है. इससे सड़क निर्माण कार्य अवरुद्ध हो रहा है. एनएच-81 उच्च पथ का निर्माण नहीं किये जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. कई भू-स्वामियों ने बताया कि रैयती जमीन को अधिग्रहण करने की कोई सूचना भूमि विभाग द्वारा नहीं दी गयी है. प्राणपुर-लाभा तक एनएच-81 उच्च पथ के निर्माण कंपनी के कर्मी ने बताया कि जहां तक एनएच-81 उच्च पथ सड़क साफ था, वहां तक तीव्र गति से पुल एवं पिच का कार्य किया जा रहा है. लाभा एवं बाबूपुर गांव के समीप भूमि विभाग द्वारा भूमि अधिग्रहण नहीं किये जाने के कारण निर्माण कार्य ठप है. इधर ग्रामीणों ने जांच कर शीघ्र एनएच-81 उच्च पथ को भूमि अधिग्रहण कर पूर्ण कराने की मांग जिला प्रशासन से की है.