मिली अनियमितता, होगी कार्रवाई

बलिया बेलौन: बलिया बेलौन स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण सर्वशिक्षा के कार्यक्रम पदाधिकारी विद्यासागर सिंह ने शुक्रवार को किया. निरीक्षण में विद्यालय संचालन में कई कमी पाये जाने पर अपराजिता स्वयंसेवी संस्था के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शीघ्र सुधार नहीं किया जाता है तो कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी. ज्ञात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 10:42 AM
बलिया बेलौन: बलिया बेलौन स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण सर्वशिक्षा के कार्यक्रम पदाधिकारी विद्यासागर सिंह ने शुक्रवार को किया.

निरीक्षण में विद्यालय संचालन में कई कमी पाये जाने पर अपराजिता स्वयंसेवी संस्था के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शीघ्र सुधार नहीं किया जाता है तो कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी. ज्ञात हो कि बलिया बेलौन स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय में अनियमितता की शिकायत अभिभावकों द्वारा बार-बार किया जाता है. इसके बावजूद इसमें सुधार नहीं होने पर अभिभावक आक्रोशित हैं.

वहीं विद्यालय में पढ़ रहे छात्रओं ने डीपीओ से शिकायत किया कि शिक्षिकाओं की कमी के कारण पढ़ाई नहीं हो पा रही है. भोजन सही दिये जाने की बात कही. सुरक्षा प्रहरी नहीं है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था कमजोर है. छात्रओं से पूछे जाने पर बताया कि नियमित स्वस्थ जांच होती है. पाठ-पुस्तक भी मिला है. वार्डेन नहीं रहने से परेशानी हो रही है. कस्तूरबा विद्यालय में सृजित 14 पदों में से केवल दो शिक्षिकाएं, दो रसोइया एवं एक आदेशपाल बहाल है. ऐसे में एक सौ छात्रओं की देख-भाल, पढ़ाई एवं सुरक्षा व्यवस्था में परेशानी हो रही है. विद्यालय में एससी वर्ग के 58 छात्र, एसटी के 10, ओबीसी के 13 एवं अल्पसंख्यक वर्ग के 19 छात्रएं पढ़ रही है. यहां केवल वर्ग छह, सात, आठ की छात्राएं हैं.

कहते हैं प्रतिनिधि
हरनाथपुर के पूर्व मुखिया शाहीद हुसैन, शाकीर हुसैन, एकबाल हुसैन, मसूद आलम, आफाक अख्तर आदि ने बताया कि स्वयंसेवी संस्था द्वारा संचालित होने के कारण एवं शिक्षिका की कमी के कारण यहां पढ़ रही छात्र को सही सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है. स्वस्थ जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है. घटिया भोजन देने की बात कही गयी. अन्य सुविधा में कटौती की जाती है. शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा नियमित जांच नहीं होती है. जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है. ऐसे में यहां की छात्रओं को सही लाभ नहीं मिल रहा है.

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