कोर्ट के मुख्य भवन में आग
कटिहार: बुधवार की रात व्यवहार न्यायालय के मुख्य भवन स्थित एडीजे चतुर्थ पीके दीक्षित के इजलास में आग लग गयी. शॉट सर्किट की वजह से लगी आग ने सटे कई अन्य न्यायालयों के भी कंप्यूटर सहित न्यायालय स्थित मुख्य सरवर रूम के सारे सिस्टम को ठप कर दिया. इजलास में रखे कई अभिलेखों की भी […]
इजलास में रखे कई अभिलेखों की भी जल जाने की खबर है. वहीं इजलास व पेशकार की टेबुल पर रखे कंप्यूटर भी पूरी तरह आग के हवाले हो गये है. इस संदर्भ में जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधाकृष्ण ने बताया कि आग शॉट सर्किट से लगी है. उन्होंने गुरुवार की घटना को प्रथम दृष्टया बिजली विभाग की लापरवाही बताया है.
उन्होंने कहा कि ट्रांसफारमर से मुख्य तार जो न्यायालय में जुड़ा था, उसी में आग लग जाने से यह दुर्घटना हुई है. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि कई बार उक्त तार को मीटिंग में बदलने के लिए बिजली विभाग के पदाधिकारियों को कहा गया था. जिला जज ने बताया कि इस घटना की जानकारी उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जेनरल व अन्य पदाधिकारियों को भी दे दी गयी है.
गुरुवार को न्यायालय में सरवर रूम ठप रहने से वादों के फाइल व जमानत आवेदन पत्र आदि का कार्य मेनुअली प्रारंभ कर दिया गया है, ताकि पक्षकारों को कोई कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े. वहीं घटनास्थल पर अधिवक्ता संघ के सचिव महानंद यादव व संघ के पदाधिकारियों ने पहुंच कर मुआयना किया. उन्होंने जिला जल के द्वारा त्वरित उठाये गये कदमों की सराहना करते हुए कहा कि गुरुवार को हुई घटना को लेकर पक्षकारों में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं देखी गयी. संघ के सचिव ने संपूर्ण न्यायालय परिसर में पुराने तारों को बदल कर नये स्तर पर विद्युतीकरण का कार्य करने की अतिशीघ्र मांग की है. इस मौके पर संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार झा, सहायक सचिव मनोज कुमार झा, अंकेक्षक सुमन कुमार झा, कार्यकारिणी समिति सदस्य राजेश कुमार झा, शाहिना मुश्ताक, जितेंद्र कुमार सहित अधिवक्ता मणिकेश्वर दूबे आदि दर्जनों अधिवक्ता उपस्थित थे.