पत्रकारों को इंसाफ न मिला तो होगा उग्र आंदोलन : मोरचा
फोटो नं. 35 कैप्सन – पुकार के बैनर तले पत्रकारों के पक्ष में प्रदर्शन करते प्रतिनिधि, आबादपुरफलका प्रखंड में यूरिया की कालाबाजारी को उजागर करने पर यूरिया माफियाओं द्वारा पुलिस के साथ सांठ-गांठ कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज को दबाने के लिए उन पर झूठा मुकदमा दायर करने के विरोध में बारसोई अनुमंडल […]
फोटो नं. 35 कैप्सन – पुकार के बैनर तले पत्रकारों के पक्ष में प्रदर्शन करते प्रतिनिधि, आबादपुरफलका प्रखंड में यूरिया की कालाबाजारी को उजागर करने पर यूरिया माफियाओं द्वारा पुलिस के साथ सांठ-गांठ कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज को दबाने के लिए उन पर झूठा मुकदमा दायर करने के विरोध में बारसोई अनुमंडल ‘पुकार’ लोक अधिकार मोरचा के संयोजक हाजि जफिर अहमद ने पुकार सदस्यों के संग बारसोई प्रखंड के समीप ब्लॉक चौक में विरोध प्रदर्शन किया तथा पोठिया पुलिस से अविलंब झूठे मुकदमें को वापस लेने की मांग की. श्री अहमद ने कहा कि सच उजागर करने का एक माध्यम मीडिया है, जो जनता की समस्या को प्रकाशित कर उनका हल निकालने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और इसी कड़ी में जब फलका के पत्रकारों के द्वारा किसानों की यूरिया समस्या को समाधान करने के लिए एक ठोस प्रयास किया गया तथा यूरिया की कालाबाजारी के खिलाफ आवाज बुलंद किया गया तो यह बात इस धंधे में माफियाओं को नागवार गुजरी एवं उनके द्वारा पुलिस के साथ मिल कर यह नापाक कदम उठाया गया, जो बेहद निंदनीय है. यह मामला लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है तथा इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाय, वह कम है. लोकतंत्र के हित पत्रकारों को इंसाफ दिलाने के लिए ‘पुकार’ सदस्यों मो जमीरूद्दीन, मसीहूर रहमान, रमजान अली, मो सोहेल, मो मुजाहीद, मो रागीब, मो जहरूल, मो नुरूल, विशु रविदास, रमेश पासवान आदि ने जिला प्रशासन से अविलंब उच्च अधिकारी द्वारा मामले की जांच करने तथा झूठे मुकदमें को वापस लेने की मांग की है.