यूरिया के लिए अब भी भटक रहे किसान

प्रतिनिधि, फलकाफलका में किसानों को यूरिया अभी भी नहीं मिल रही है. क्षेत्र के किसान यूरिया अभी भी नहीं मिल रही है. क्षेत्र के किसान यूरिया खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं. यूरिया के कारण मक्का, गेहूं व गरमा धान फसल बरबाद होने के कगार पर है. यूरिया खाद के लिए किसान हताश व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2015 9:04 PM

प्रतिनिधि, फलकाफलका में किसानों को यूरिया अभी भी नहीं मिल रही है. क्षेत्र के किसान यूरिया अभी भी नहीं मिल रही है. क्षेत्र के किसान यूरिया खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं. यूरिया के कारण मक्का, गेहूं व गरमा धान फसल बरबाद होने के कगार पर है. यूरिया खाद के लिए किसान हताश व परेशान है. यूरिया के लिए फलका का किसान कभी गेड़ाबाड़ी तो कुरसेला, तो कभी पोठिया जाते हैं. परंतु किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ता है. अब आलम यह है कि किसानों को दुकानदार से ब्लैक में यूरिया 600 से 700 रुपया में लेना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि यूरिया खाद के कारण मक्का में तीन-तीन बार पानी पटवन कर चुका हूं. यूरिया नहीं मिलने से भुट्टा मक्का में नहीं निकल रहा है. कहते हैं किसानभरसीया के किसान मो अकीम, राम खिलावन, मो तफसील, मो जियाउल, युगल यादव, फलका के मो नुरूल, मंटू यादव का कहना है कि मेरा मक्का, गेहूं यूरिया के लिए बरबाद हो रहा है. यूरिया के इंतजार फसलों में बार-बार पटवन कर रहा है. परंतु यूरिया का एक भी दाना नसीब नहीं हो रहा है. जबकि यरिया की कालाबाजारी कर दुकानदार निर्धारित कीमतों से अधिक दामों में बेच कर चांदी काट रहे हैं. अगर किसी दुकान में सौ-दो सौ बोरा यूरिया खाद आता भी है तो किसानों की इतनी लंबी कतार रहती है. किसी को मिलता है तो कोई खाली हाथ ही लौट जाता है. कहते हैं पदाधिकारीप्रखंड विकास पदाधिकारी छाया कुमारी ने बताया कि यूरिया की किल्लत की सूचना संबंधित पदाधिकारी को दे दी गयी है. फलका में यूरिया खाद पर्याप्त रूप से जल्द ही उपलब्ध हो जायेगा.

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