विद्युत विभाग के 64 लाख गबन मामले में फरार हैं बीके सिंह

प्रतिनिधि, कटिहारनार्थ पावर डिस्ट्रीब्यूटर कटिहार के एजेंसी जीवन ज्योति के प्रोपराइटर के विरुद्ध नगर थाना में मानव बल को एकरारनामा से कम राशि देकर कार्य लेने को लेकर शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी. पूर्व में दर्ज मामले में अभियुक्त बीके सिंह अब तक फरार चल रहे हैं. फिर सवाल यह उठता है कि ऐसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2015 8:04 PM

प्रतिनिधि, कटिहारनार्थ पावर डिस्ट्रीब्यूटर कटिहार के एजेंसी जीवन ज्योति के प्रोपराइटर के विरुद्ध नगर थाना में मानव बल को एकरारनामा से कम राशि देकर कार्य लेने को लेकर शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी. पूर्व में दर्ज मामले में अभियुक्त बीके सिंह अब तक फरार चल रहे हैं. फिर सवाल यह उठता है कि ऐसी एजेंसी से कटिहार विद्युत विभाग क्यों कार्य ले रही है. जीवन ज्योति संस्था आज भी कार्यरत है तथा वह बिलिंग सहित उपभोक्ताओं से बिजली बिल लेने की तैयारी में जुटा हुआ है. एकरारनामा होगा रद्दमहाप्रबंधक के निर्देश पत्रांक 118 के आलोक में पूर्णिया अधीक्षण अभियंता ने पत्रांक 670 जारी कर कटिहार विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया कि डिफॉल्टर एनजीओ जीवन ज्योति का एकरारनामा को रद्द किया जाये. लेकिन कार्यपालक अभियंता ऐसे किसी भी पत्र व आदेश की बात से इनकार कर रहे हैं, जबकि पूर्णिया प्रमंडल विद्युत अधीक्षण अभियंता यह बात कह रहे हैं कि बोर्ड मीटिंग के सभी आदेश सीधे तौर पर विभाग को मिल जाते हैं. फिर क्या वजह है कि कार्यपालक अभियंता इससे पल्ला झाड़ने में लगे हैं. इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि कार्यपालक अभियंता जीवन ज्योति का एकरारनामा निरस्त करने में कोताही बरत रहे हैं.

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