गेहूं की फसल का जला रहे किसान, सिर पर कर्ज का बोझ

कटिहार : सुशासन का दावा करने वाली नीतीश सरकार में किसान बेहाल हैं. गेहूं की बाली में दाना नहीं आने से हताश किसान अपने खेतों में आग लगाने पर अमादा हैं. शुक्रवार को हसनगंज प्रखंड से इसकी शुरुआत हो चुकी है. हसनगंज प्रखंड के कालसर के किसान विद्यानंद विश्वास व इंदिरा देवी ने अपने खेत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2015 10:48 AM
कटिहार : सुशासन का दावा करने वाली नीतीश सरकार में किसान बेहाल हैं. गेहूं की बाली में दाना नहीं आने से हताश किसान अपने खेतों में आग लगाने पर अमादा हैं. शुक्रवार को हसनगंज प्रखंड से इसकी शुरुआत हो चुकी है. हसनगंज प्रखंड के कालसर के किसान विद्यानंद विश्वास व इंदिरा देवी ने अपने खेत में आग लगा कर आक्रोश जताया है.
जिला कृषि विभाग के अनुसार जिले में 35 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं लगायी गयी. विभाग के पास अब तक यह आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो सका है कि कितने हेक्टेयर भूमि में लगी गेहूं के बाली में दाना नहीं है.
डीएम से गुहार के बाद भी सुनवाई नहीं
कालसर के किसान श्री विश्वास व श्रीमती देवी ने पिछले गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में आवेदन देकर गेहूं के बाली में दाना नहीं आने की सूचना दिया था. एक सप्ताह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. फलस्वरूप शुक्रवार को इन किसानों ने अपने खेत को आग के हवाले कर दिया. यह कहानी सिर्फ विद्यानंद व इंदिरा की नहीं है बल्कि उन सैकड़ों किसानों की है. इनके गेहूं के बाली में दाना नहीं है.

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