मांगों को लेकर प्रदर्शन
कटिहार: बिहार चिकित्सा कर्मचारी संघ के अधीन संचालित मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता आशा कर्मियों ने अपनी मुख्य मांगों को लेकर रैली निकाली व धरना दिया. कर्मियों ने सोमवार को हरिशंकर नायक उच्च विद्यालय से रैली निकाल कर विभिन्न मार्ग से गुजरते हुए समाहरणालय गेट पर पहुंचे जो वहां पर धरना में परिवर्तित हो गयी. जिले […]
कटिहार: बिहार चिकित्सा कर्मचारी संघ के अधीन संचालित मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता आशा कर्मियों ने अपनी मुख्य मांगों को लेकर रैली निकाली व धरना दिया. कर्मियों ने सोमवार को हरिशंकर नायक उच्च विद्यालय से रैली निकाल कर विभिन्न मार्ग से गुजरते हुए समाहरणालय गेट पर पहुंचे जो वहां पर धरना में परिवर्तित हो गयी. जिले के कई प्रखंडों से आये आशा कर्मियों ने एक साथ जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कहा कि दुनिया के मजदूर एक हो, आशा को सरकारी सेवक घोषित करने की मांग कर धरना पर बैठ गये.
मौके पर मौजूद नेता रामानंद सिंह, बीरू प्रसाद मंडल, रंजन कुमार के अलावे चिकित्सा संघ के राज्य संयुक्त मंत्री दयानंद सिंह कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना वर्ष 2005-12 को स्थायी करते हुए बिहार के 80 हजार आशा कर्मियों की नौकरी स्थायी करो अन्यथा उनका मानदेय प्रति आशा कर्मी 10 हजार रुपये करने को कहा. आशा कर्मियों की मुख्य मांगें पूरी नहीं की जाने पर 21 अक्तूबर को मुख्यमंत्री बिहार सरकार के समक्ष काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन किया जायेगा.
मुख्य मांगों में आशा कर्मी सहित राष्ट्रीय कार्यक्रमों में कार्यरत कर्मियों को सरकारी सेवा घोषित करने, जब तक सरकारी सेवक घोषित नहीं किये जाते आशा कर्मी को दस हजार रुपये देने, सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन, ग्रेच्यूटी, मातृत्व अवकाश,आम आदमी बीमा योजना का लाभ आशा को उपलब्ध कराने सहित अन्य मांगों का ज्ञापन निर्मला करकैटा के नेतृत्व में आशा कर्मियों ने जिला पदाधिकारी प्रकाश कुमार को सौंपा.
वही जिला पदाधिकारी के माध्यम से अपनी मुख्य मांगों का ज्ञापन स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार को सौंपा. रैली का नेतृत्व कृष्णा तिवारी ने की. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मनोरमा कुमारी, जिलामंत्री कृष्णानंद सिंह, संयुक्त मंत्री चंद्रशेखर सिंह, शबीर आजाद, जागेश्वर यादव, निशांत परवीन, रामलगन सिंह, धन्नजय सिंह सहित अन्य कर्मचारी बीमा संघ के सदस्य उपस्थित थे.