चक्रवाती तूफान ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी
फोटो संख्या-32 कैप्सन धान की बरबाद फसल का हाल बलरामपुर . बलरामपुर प्रखंड लगातार आ रही चक्रवाती तूफान में वर्षा ने किसानों की कमर ही तोड़ डाली है. इसी क्रम में भूकंप के झटके ने लोगों को हिला कर रख दिया है. लगातार इस तरह की घटनाएं होने से क्षेत्र वासियों में काफी तनाव एवं […]
फोटो संख्या-32 कैप्सन धान की बरबाद फसल का हाल बलरामपुर . बलरामपुर प्रखंड लगातार आ रही चक्रवाती तूफान में वर्षा ने किसानों की कमर ही तोड़ डाली है. इसी क्रम में भूकंप के झटके ने लोगों को हिला कर रख दिया है. लगातार इस तरह की घटनाएं होने से क्षेत्र वासियों में काफी तनाव एवं भय व्याप्त हो गया है. क्षेत्र के बैदोल, चौचा, लुत्तिपुर, महिशाल, धनहरा, बिजौल, बरपोखर, सिंहागांव, चिकनी, मलिकपुर सहित दर्जनों गांवों में पेड़ एवं बगीचा में लगे लगे पेड़ चक्रवाती तूफान के प्रभाव से जगह-जगह उखड़ गये हैं. गरीबों के झोपड़ी के छप्पर एवं फूस के मकान को क्षति पहुंची है. साथ ही गरमा धान की फसल को भी क्षति हुआ है. जबकि बलरामपुर क्षेत्र में धान कटनी चालू है. किसान अपने मजदूरों के सुविधा अनुसार धान कटाई कर रहे हैं, जो धान खेत में तैयार लगा हुआ है, उसकी कटाई दो-चार दिनों में होना ही था कि किसानों के तैयार फसल होने पर आधा क्षेत्र में धान को हवा एवं पानी ने झाड़ दिया. जिससे किसान काफी हताश हो गये हैं. किसानों की स्थिति पूर्व से ही खराब है. इस वर्ष लगातार चक्रवाती तूफान एवं भूकंप से यहां की स्थानीय क्षेत्रवासी त्राहिमाम हैं. सरकार के द्वारा चलायी जा रही क्षतिपूर्ति व फसल क्षति योजना सरकारी स्थत पर सही से, लेकिन स्थानीय प्रशासन के लुंज-पुंज एवं सरकार विरोधी रवैया के कारण तेज गति पर जनहित में कोई भी कार्य नहीं किया गया, जो क्षेत्र वासियों लिए चिंता का विषय है.