बलरामपुर में जल आपूर्ति योजना फ्लाप
बलरामपुर . प्रखंड क्षेत्रों में पेयजल योजना धरातल पर साबित नहीं हो रहा है. प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश आबादी आर्सेनिक एवं आयरन मुक्त जल पीने को विवश हैं. गौरतलब है कि बलरामपुर प्रखंड के भूमिगत जल से आर्सेनिक की खतरनाक मात्रा पायी गयी है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न चापाकल से […]
बलरामपुर . प्रखंड क्षेत्रों में पेयजल योजना धरातल पर साबित नहीं हो रहा है. प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश आबादी आर्सेनिक एवं आयरन मुक्त जल पीने को विवश हैं. गौरतलब है कि बलरामपुर प्रखंड के भूमिगत जल से आर्सेनिक की खतरनाक मात्रा पायी गयी है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न चापाकल से पानी के नमूने लेकर स्थानीय आर्सेनिक फ्लोराइड की जांच की गयी थी. लेकिन, आज तक विभाग द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया कि जांच के क्या पाया गया. इससे स्पष्ट है कि विभागीय लापरवाही के कारण बलरामपुर प्रखंड वासी ऐसे चापाकल का लाल, पीला एवं आयरन वाला पानी पीने पर मजबूर हैं. प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों परिवारों को अपना चापाकल नहीं हैं. विभाग द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले लोगों को चापाकल न देना, मजबूत परिवार को चापाकल सरकार द्वारा दिये गये. चापाकल को मुहैया कराते हैं. विशेष कर बलरामपुर क्षेत्र में आयरन एवं भूमिगत पानी पीकर तरह-तरह के बीमारी से ग्रसित होतें हैं. कुछ ऐसे परिवार विभागीय लापरवाही को देखते हुए बाहर से पानी पीने के लिए विवश हैं. इन समस्याओं के समाधान करने के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को विशेष ध्यान आकृष्ट कराते हुए क्षेत्र वासी बलरामपुर प्रखंड वासी के हित में विशेष ध्यान देने की बात कही है.