बल्लीपाड़ा पुलिस छावनी में तब्दील
आजमनगर: बिहार-बंगाल की सीमा पर स्थित बल्लीपाड़ा गांव रविवार को पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. भूमि विवाद के एक मामले को लेकर आजमनगर थाना के एएसआइ अरविंद कुमार को लोगों ने दलबल के साथ बंधक बना लिया था. सूचना मिलते ही बड़ी तादाद में पुलिस गांव पहुंची, जिससे पूरा गांव कुछ देर के लिए […]
आजमनगर: बिहार-बंगाल की सीमा पर स्थित बल्लीपाड़ा गांव रविवार को पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. भूमि विवाद के एक मामले को लेकर आजमनगर थाना के एएसआइ अरविंद कुमार को लोगों ने दलबल के साथ बंधक बना लिया था. सूचना मिलते ही बड़ी तादाद में पुलिस गांव पहुंची, जिससे पूरा गांव कुछ देर के लिए पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. गां के लोगों का कहना था कि पुलिस मामले में पक्षपात कर रही है. पुलिस दोषियों पर तो कोई कार्रवई नहीं की और निदरेष है उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लोगों का कहना है कि पुलिस मिलीभगत कर गलत कार्रवाई कर रही है.
कहते हैं थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि 21 मई को जिनका आवेदन पहले मिला था. उसके आधार पर मामला दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की गयी. चूंकि गंभीर अवस्था में आवेदनकर्ता थाना आया था. जेल भेजे जाने के बाद 22 मई को दूसरे पक्ष द्वारा आवेदन दिया गया था, जिसका अनुसंधान चल रहा है. एसडीपीओ चंद्रिका प्रसाद ने कहा कि यह मामला गंभीर है व जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला
बल्लीपाड़ा निवासी डोमन अली ने 21 मई 2015 को आजमनगर थाना में एक आवेदन देकर अपने भाई मुमताज सहित कई अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने का अनुरोध किया था. लेकिन थाना पुलिस डोमन अली के आवेदन को नजर अंदाज कर दूसरे पक्ष मुमताज के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर डोमन व उसके पुत्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. ग्रामीण मुमताज को दोषी बता रहे हैं. इस बात को लेकर अनुसंधान करने पहुंचे एएसआइ अरविंद कुमार को उनके दलबल के साथ लोगों ने करीब छह घंटे तक बधंक बनाये रखा. ग्रामीणों ने एएसआइ पर आरोप लगाया कि वह विपक्षी के घर पर बैठ कर अनुसंधान की प्रक्रिया पूरी कर रहे थे.