गोरखनाथ धाम में 50 हजार श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

गोरखनाथ धाम में भक्तों की उमड़ी भीड़, हर-हर महादेव से गुंजा मंदिर परिसर

By Prabhat Khabar News Desk | July 22, 2024 11:21 PM

बलिया बेलौन. सावन के प्रथम सोमवारी के अवसर पर मिनी बाबा धाम के नाम से प्रसिद्ध गोरखनाथ धाम मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस अवसर पर मंदिर कमेटी के सदस्य उपस्थित रह कर श्रद्धालुओं की सुविधा पर विशेष ध्यान दिये. यहां दूर दराज से श्रद्धालु पहुंचे. आसपास के क्षेत्र में छोटे बड़े शिवालयों में सुबह से ही मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. पूजा अर्चना को लेकर महिलाओं एवं युवतियों में खासा उत्साह देखा गया. नवविवाहिता अपने पति की लंबी आयु व सुख शांति एवं युवतियां सुंदर वर के लिए सोमवार को सुबह से ही विभिन्न शिवालयों में पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने के लिए आशीर्वाद मांगा. ओम नमः शिवाय एवं बोल बम के जयकारे के बीच भक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की. सोमवारी को लेकर बाबा गोरखनाथ धाम में हजारों की संख्या में शिवभक्तों ने जल अर्पित किया. सुबह से ही गोरखनाथ धाम में जल चढ़ाने को लेकर शिव भक्तों का जनसैलाब पहली सोमवारी को देखा गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों ने मनिहारी से गंगाजल लाकर बाबा गोरखनाथ धाम पर जलाभिषेक किया. इस अवसर पर कमेटी के सचिव पिंटू यादव, अक्षय सिंह आदि कमेटी के अन्य सदस्य सहित प्रशासन की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त देखी गयी.

गोरखनाथ धाम मंदिर में विधि व्यवस्था का जायजा एसडीओ ने लिया

सावन के प्रथम सोमवारी के अवसर पर बाबा गोरखनाथ धाम में शिव भक्तों की सुविधा, सुरक्षा का जायजा लेने के लिए मंदिर कमेटी के पदेन अध्यक्ष सह एसडीओ दीक्षित श्र्वेतम मंदिर परिसर पहुंच कर विधि व्यवस्था का जायजा लिये. प्रशासन के पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं कमेटी सदस्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. इस अवसर पर एसडीओ ने विधि विधान के साथ बाबा गोरखनाथ में जलाभिषेक कर मनोकामना पूरी होने के लिए आशिर्वाद लिये. उन्होंने बताया की प्रत्येक सोमवार को बाबा के दरबार में हजारों शिव भक्त उपस्थित होकर जलाभिषेक करेंगे. इसके लिए सभी के सुविधा का ख्याल रखना होगा. किसी भी श्रद्धालुओं को जलाभिषेक के लिए परेशानी नहीं हो. साथ ही हुड़दंगियों पर नजर रखने की सलाह दी है.

मनिहारी गंगा घाट से जल लेकर पहुंचे थे श्रद्धालु

प्रखंड क्षेत्र के बाबा गोरखनाथ धाम मंदिर में सावन माह की पहली सोमवारी को श्रद्धालुओं की भीड़ से पटा रहा. करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की. हर-हर महादेव और जय शिव शंकर बोल बम के नारे लगाते हुए भक्त सुबह से ही भगवान शिव के गीत गाते हुए मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे. इसी के साथ क्षेत्र भर में गेरूआ रंग में रंगे कांवरियों का काफिला भी मनिहारी गंगा तट से जल भरकर जलअर्पण करने पहुंचे. सुरक्षा की दृष्टि से अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में आजमनगर, सालमारी, बलिया बेलौन, बारसोई पुलिस सहित कई अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर तैनात रहे.

बारसोई में हर-हर महादेव के जायकारे से गूंजा शिवालय

श्रावण मास के पहले दिन और प्रथम सोमवारी पर बारसोई के शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ देखी गयी. हर हर महादेव के नारे से गुंजायमान हो गया शिवालय. प्रखंड स्थित सभी शिवालयों में भोले बाबा के स्वरूप शिवलिंग पर जल अर्पण करने के लिए शिव भक्तों की लंबी कतारें देखी गयी. प्रखंड के अति प्राचीन प्रसिद्ध विष्णु मंदिर के शिवालय, बारसोई घाट स्थित नर्मदेश्वर शिव मंदिर आदि शिवालयों में सुबह से ही भक्त कतार बद्ध होकर शिवलिंग पर जल अर्पण किया तथा देवों के देव महादेव भोले बाबा का आशीर्वाद प्राप्त किया. शिव भक्तों ने हर हर महादेव एवं बोल बम का नारा लगाकर भोले बाबा को रिझाने का प्रयास किया. विष्णु मंदिर के पुरोहित आचार्य रमेश पांडे ने बताया कि इस वर्ष श्रावण महीना में अधिक से अधिक संख्या में शिवभक्त मंदिर पहुंचकर भोले बाबा के शिवलिंग में जलाभिषेक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि श्रावण मास में पूरे महीने शिवलिंग में जलाभिषेक का विशेष महत्व है और सोमवार के दिन तो इसका महत्व और बढ़ जाता है.

भारीडीह मंदिर में दिखा मेले जैसा माहौल

प्रखंड के बलुआ पंचायत स्थित भारीडीह ऐतिहासिक शिव मंदिर में सावन की पहली सोमवारी को लेकर श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही. भारीडीह ऐतिहासिक शिव मंदिर प्रांगण में मेले जैसा माहौल देखने को मिला. हजारों श्रद्धालु पहुंचकर भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर सर्वमंगल की कामना की. मौके पर सावन की पहली सोमवारी को लेकर कुमारी कन्याओं सहित सौभाग्यवती महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया. सुबह से ही कुमारी कन्याएं सहित महिलाएं फूल, बेलपत्र आदि के साथ मंदिर पहुंचकर भगवान शिव की आराधना में जुटे हुए दिखे. मौके पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु मनिहारी गंगा घाट से जल भरकर पांव पैदल यात्रा कर भारीडीह मंदिर पहुंचे और भगवान शिव को जलाभिषेक कर मन्नतें मांगी. बताया जाता है कि ऐतिहासिक भारीडीह मंदिर वर्षों पुराना राजा महाराजाओं के समय का बना है. जहां शिवरात्रि सहित सावन में इस मंदिर का महत्व काफी बढ़ जाता है. खासकर सावन के अवसर पर काफी लोग यहां बाबा को जल चढ़ाने पहुंचते हैं. सावन की हर सोमवारी को काफी भीड़ रहती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version