तटबंधों पर अभियंताओं की नजर

कटिहार: नदियों के जलस्तर उफान में तेजी आ गयी है. गंगा, कोसी, महानंदा नदियों के जलस्तर वृद्धि गति तेज हो गयी है. कोसी नदी का जलस्तर वृद्धि प्रति घंटे हाफ सेमी से बढ़ कर एक सेमी पर आ गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कुरसेला में कोसी नदी 27.33 सेमी के जलस्तर पर प्रवाहित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2015 1:19 AM
कटिहार: नदियों के जलस्तर उफान में तेजी आ गयी है. गंगा, कोसी, महानंदा नदियों के जलस्तर वृद्धि गति तेज हो गयी है. कोसी नदी का जलस्तर वृद्धि प्रति घंटे हाफ सेमी से बढ़ कर एक सेमी पर आ गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कुरसेला में कोसी नदी 27.33 सेमी के जलस्तर पर प्रवाहित होने लगी है.

नेपाल बराह क्षेत्र का जलस्तर 116.785 व 66275 क्यूसेक पानी का निस्तारण किया गया है. बीरपुर का जलस्तर 74.280 और 85750 क्यूसेक पानी कोसी नदी में छोड़ा गया है. हालांकि बराह क्षेत्र नेपाल का जलस्तर घटती और बीरपुर का जलस्तर स्थिर बताया गया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष कटिहार के अनुसार गंगा व महानंदा नदी का जलस्तर वृद्धि की ओर है. रमायणपुर में गंगा नदी 23.53 सेमी और काढ़ागोला में 27.31 के जलस्तर पर प्रवाहित हो रही है. गंगा के उफान में पूर्व के अपेक्षा तेजी आ गयी है.

महानंदा नदी भी जिले के औसत स्थानों पर वृद्धि की ओर है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष कटिहार द्वारा बताया गया है कि महानंदा और गंगा नदी से जुड़े सभी तटबंध सुरक्षित है. नदियों के उफान बढ़ने से तटबंधों पर फिलहाल कोई खतरा उत्पन्न नहीं हुआ है. संबंधित क्षेत्रों में अभियंताओं का दल तटबंधों के सुरक्षा को लेकर चौकसी रख रहे हैं. कारी कोसी बरंडी नदियों का पानी भी ऊपर आने लगा है.

वैसे इस नदियों से अब तक बाढ़ के खतरे उत्पन्न नहीं हुए हैं. वर्षा के प्रकोप से नदियों के आसपास मौसमी नदियों जलाशयों में वर्षा के पानी का फैलाव बढ़ने लगा है. इससे मुख्य नदियों से इनके स्नेतों के मिल जाने की संभावना बढ़ती जा रही है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार क्षेत्र में गुरुवार को 41.08 मीमी वर्षा रिकार्ड किया गया है. रफ्ता-रफ्ता जलस्तर के वृद्धि ने नदियों का बाढ़ बढ़ता जा रहा है. हालांकि कोसी, गंगा, महानंदा नदियों का जलस्तर खतरा निशान के करीब नहीं पहुंचा है.

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