मानदेय नहीं, तो मतदान कार्य नहीं
मानदेय नहीं, तो मतदान कार्य नहीं प्रतिनिधि, आजमनगर, नियोजित शिक्षकों को छह माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है. जिससे उनके सामने भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हाल यह है कि नियोजित शिक्षक अपने परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहे हैं. दुकानदारों से उधार में लिये राशन का भी भुगतान नहीं […]
मानदेय नहीं, तो मतदान कार्य नहीं प्रतिनिधि, आजमनगर, नियोजित शिक्षकों को छह माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है. जिससे उनके सामने भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हाल यह है कि नियोजित शिक्षक अपने परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहे हैं. दुकानदारों से उधार में लिये राशन का भी भुगतान नहीं कर पा रहे है. अपने बच्चों का स्कूल का फीस तक भरने में सक्षम नहीं है. बार-बार शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को लंबित मानदेय का भुगतान करने की गुहार लगाने का कोई असर नहीं पड़ रहा है. ऐसे में नियोजित शिक्षकों ने ऐलान किया कि जब-तक हमलोगों का बकाया भुगतान नहीं होने की स्थिति में मतदान कार्य से स्वयं को दूर रखेंगे. शिक्षक संघ के अध्यक्ष मो मिन्हाज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह ऐलान किया है. जारी विज्ञप्ति में उल्लेख किया गया है कि अप्रैल 2015 से अब तक का मानदेय भुगतान नहीं किये जाने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. निर्णय लिया गया है कि 10 दिनों के अंदर वेतन भुगतान नहीं किया गया तो सभी शिक्षक मतदान कार्य का बहिष्कार करेंगे. विज्ञप्ति जारी करने से पूर्व संघ अध्यक्ष मो मिन्हाज की शिक्षकों संग घंटों वार्ता भी की. अवसर पर ललन कुमार सिंह, ताहील काफी, मो मंजर आलम, गौतम कुमार साह, रंजीत, जगदीश कुमार दास आदि शिक्षक उपस्थित थे.