बेटी को आग में तड़पते देख रेश्मी देवी ने सुध बुध खोया

बेटी को आग में तड़पते देख रेश्मी देवी ने सुध बुध खोया फोटो संख्या-3,4 कैप्सन-प्रतिनिधि, कटिहार, नगर थाना क्षेत्र के दुर्गापुर मुहल्ले में बीती रात मात्र एक कट्ठा जमीन में कुछ धुर जमीन को लेकर एक निर्दयी चाचा ने अपने ही भतीजी को केरोसिन तेल छिड़कर आग के हवाले कर दिया. भतीजी के साथ सो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2015 6:45 PM

बेटी को आग में तड़पते देख रेश्मी देवी ने सुध बुध खोया फोटो संख्या-3,4 कैप्सन-प्रतिनिधि, कटिहार, नगर थाना क्षेत्र के दुर्गापुर मुहल्ले में बीती रात मात्र एक कट्ठा जमीन में कुछ धुर जमीन को लेकर एक निर्दयी चाचा ने अपने ही भतीजी को केरोसिन तेल छिड़कर आग के हवाले कर दिया. भतीजी के साथ सो रहे एक मासूम सा बालक जो अपने बुआ के घर में रहकर पढ़ता था. उसे भी उस आग में झौक दिया. घर में आग लग गयी थी. आरोपी देवर ने अपने भाभी को बाथरूम में बाहर से बंद कर घटना को अंजाम दिया. बच्चों की चीख सुनकर ज्योहि रेशम शर्मा बाहर आयी हतप्रभ रह गयी. उसके बेटी पुरी झुलस चुकी थी. वह कमरे से मां- मां पुकार रही थी. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि थोड़ी देर में बेटी अंजली को अपने आगोश में ले लिया और वह जिंदा जलने लगी. मां की चीख कहकर बचाओ बचाओं भी कह रही थी. तब-तक काफी देर हो चुकी थी, कमरे से बाहर निकलते निकलते अंजली ने दम तोड़ दिया. इधर अपने भाई के पुत्र की भी स्थिति नाजुक ही थी. किसी प्रकार रेशम व उसके मंझले देवर ने उसके छोटे भाई भवनेश्वर का हाथ पकड़कर उसके हाथ से केरोसिन तेल का गैलन छिनकर उसे पकड़ना चाहा. लेकिन भुवनेश्वर ने अपने भाई को भी घायल कर फरार हो गया. इधर अभय के शरीर में लगे आग पर किसी प्रकार से काबू पाया गया. इस दौरान रेशम ने भी अपनी सुध खो बैठी. अपने हाथों से अपने बेटी के शव को निहारे जा रही थी कि जमीनी विवाद में उस मासूम का क्या दोष उसे उसके ही चाचा ने जिंदा जला दिया. साजिश के तहत दिया गया घटना को अंजाम——————————-हालांकि घटना में मंझला देवर सुभाष भी घायल हुआ और आरोपी भाई को पकड़ने की चेष्टा भी किया. लेकिन रेशम देवी के बयान के अनुसार वह घर में निर्माणाधीन कार्य करा रहा था. जिसका रेशम देवी ने विरोध भी किया उसने अपने मंझले देवर से कहा कि मामला न्यायालय में चल रहा है. घर क्यों बना रहे हो उपर से छोटा भुवनेश्वर को पता चलेगा तो फिर वह कुछ गलत न सोच ले लेकिन हुआ वही. सुभाष घर बनाया और भुवनेश्वर ने उसके बच्चों को केरोसिन छिड़ककर आग लगा दिया. पति की मौत के बाद देवर उसे करना चाहता था बेदखल——————————रेशम देवी ने बताया कि उसके पति एक शिक्षक थे. उनकी मौत के बाद मुझे अनुकंपा में नौक री मिली. लेकिन उसके ससुराल वाले अपने भाई के हिस्से से बेदखल करना चाहते थे. जिसके लिए छोटा देवर भुवनेश्वर अक्सर उसके साथ मारपीट भी करते रहता था. ससुराल में सास व मंझला देवर भी उसे पसंद नही करता था. फिर एक साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया. रेशम देवी ने अपने बयान में यह कहा कि सुभाष भी कही न कही से इस घटना में शामिल है. अगर वह घर में निर्माण का काम नहीं कराता तो उसके बच्चों को जिंदा नहीं जलाया जाता.

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