जाम से मचा कोहराम, परेशान है आवाम

जाम से मचा कोहराम, परेशान है आवामफोटो संख्या-3 कैप्सन-नो इंट्री में घुसा ट्रक-लापरवाही . नो इंट्री में बड़े वाहन के घुसने से स्थिति हुई विकराल प्रतिनिधि, कटिहारशहर में ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं हो रहा है. नो इंट्री में भी बड़े वाहनों का प्रवेश बेरोकटोक हो रहा है. बड़े वाहनों के शहर में प्रवेश करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2015 7:16 PM

जाम से मचा कोहराम, परेशान है आवामफोटो संख्या-3 कैप्सन-नो इंट्री में घुसा ट्रक-लापरवाही . नो इंट्री में बड़े वाहन के घुसने से स्थिति हुई विकराल प्रतिनिधि, कटिहारशहर में ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं हो रहा है. नो इंट्री में भी बड़े वाहनों का प्रवेश बेरोकटोक हो रहा है. बड़े वाहनों के शहर में प्रवेश करने से जाम की विकराल समस्या उत्पन्न हो रही है. इससे लोग परेशान होने को विवश हो रहे हैं. प्रभात खबर लगातार ट्रैफिक व्यवस्था की बदहाल स्थिति को उजागर करता रहा. चूंकि, शहर का यह ज्वलंत मुद्दा है. प्रतिदिन लोग जाम में फंसकर परेशान होते हैं. कड़ी धूप के बीच जब जाम में खास कर दो पहिया वाहन चालक जाम में फंसते हैं, तो उन्हें घंटों धूप में ही खड़ा रहना पड़ता है. यही स्थिति स्कूली बस, एम्बुलेंस, रिक्शा, ऑटो व अन्य वाहनों की होती है. लेकिन जाम की समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए कोई ठोस रणनीति नहीं बन रही है. यही वजह है कि दर्जन भर से अधिक ट्रैफिक पुलिस के रहने के बावजूद लोग जाम में जूझने को विवश हो रहे हैं. शुक्रवार की दोपहर को शहीद चौक पर जाम लग गयी. जाम को हटाने में घंटों लग गये. इस दौरान लाग अपना रास्ता बदलकर चलने को विवश हुए तो सैकड़ों लोग जाम में फंसकर परेशान होते रहे. शहीद चौक पर जाम लगने के साथ ही पूरे शहर में जाम की स्थिति खुद-ब-खुद उत्पन्न हो जाती है. दरअसल, शहर में प्रवेश होने व बाहर निकलने के लिए एक मात्र रास्ता शहीद चौक के निकट रेलवे ओवर ब्रिज पार कर होता है. दूसरा रास्ता नहीं होने की वजह से शहर का पूरा दवाब इस होकर है. ऐसे में ट्रैफिक नियम में थोड़ा भी लारवाही बरतने पर जाम की समस्या आम बात है. कालीबाड़ी रोड में घुस आया ट्रकशहर के किसी भी सड़क पर सुबह के 10 बजे से रात 10 बजे तक बड़े वाहनों को आने-जाने पर रोक है. इसके बावजूद एक ट्रक कालीबाड़ी रोड में घुस आया था. इससे वहां जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी. इससे लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा. सवाल उठता है कि नो इंट्री रहने के बावजूद ट्रक कैसे प्रवेश कर जाता है. कोई गांव देहात का व्यक्ति बाइक लेकर भी नो इंट्री में प्रवेश कर जाता है, तो बगैर चढ़ावा के उसे छोड़ा नहीं जाता है. फिर इतने बड़े वाहन नो इंट्री में कैसे प्रवेश कर जा रहा है. यही नहीं ऑटो का परिचालन भी शहर में गलत तरीके से हो रहा है. ऑटो को मनिहारी, अमदाबाद जाने व आने के लिए मिरचाईबाड़ी होकर परिचालन होना है, लेकिन दस रुपये चढ़ावा देकर सदर अस्पताल, कालीबाड़ी, डेहरिया होते हुए ऑटो का परिचालन आराम से कराया जा रहा है. बस स्टैंड के सामने खड़े रहने वाले ट्रैफिक पुलिस काम जाम को हटाना नहीं बल्कि वसूली करना भर रह गया है. इस ओर पुलिस अधीक्षक को ध्यान देने की आवश्यकता है.

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