10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

टैक्स निगम का, सुविधाएं गांव की

टैक्स निगम का, सुविधाएं गांव की फोटो नं. 1,2 कैप्सन-मुहल्ले की बदहाल सड़क का हाल, गंदगी का लगा है अंबार -उदासीनता . ताजगंज फसिया टोला विकास अब तक विकास से दूर -बुनियादी सुविधा भी लोगों को नहीं है नसीब प्रतिनिधि, कटिहारनगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 45 विकास की दौड़ में काफी पीछे रह गया […]

टैक्स निगम का, सुविधाएं गांव की फोटो नं. 1,2 कैप्सन-मुहल्ले की बदहाल सड़क का हाल, गंदगी का लगा है अंबार -उदासीनता . ताजगंज फसिया टोला विकास अब तक विकास से दूर -बुनियादी सुविधा भी लोगों को नहीं है नसीब प्रतिनिधि, कटिहारनगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 45 विकास की दौड़ में काफी पीछे रह गया है. उक्त वार्ड के निवासियों को नगर निगम को भारी टैक्स चुकाना पड़ रहा है. इस वार्ड के ताजगंज फसिया सड़क बदहाल स्थिति में है. बिजली, शिक्षा, शौचालय व साफ-सफाई से यह वार्ड पूरी तरह से वंचित है. शहर का अंश होते हुए भी उक्त वार्ड के लोग ग्रामीण जीवन जीने को मजबूर हैं. उक्त वार्ड के लोग स्वयं विकास के मामले में ठगा महसूस करते हैं. क्योंकि जब से इस मुहल्ले को नगर क्षेत्र के वार्ड से जोड़ा गया, तब से वर्षों बीतने के बाद भी नगर की सुविधाओं से वंचित हैं. उपरोक्त मामले का जायजा लेने रविवार को प्रभात खबर की टीम वहां पहुंची और स्थिति से अवगत हुई. सड़क, बिजली व स्वास्थ्य दयनीयनगर के ताजगंज फसिया में पीसीसी, ईंट सोलिंग सड़क से भी मुहल्लावासी वंचित हैं. एक मात्र पीसीसी सड़क मुख्य पथ है. शेष सड़कों में ईंट सोलिंग भी नहीं है बल्कि लोगों को कच्ची सड़क का उपभोग करना मजबूरी है. बरसात के दिनों में उक्त कच्ची सड़क पर कीचड़ हो जाने के कारण खासकर बच्चे, बूढ़े और बीमार लोगों को चलना भी मुश्किल भरा होता है. मुहल्ले में बिजली तो है लेकिन विभाग की लापरवाही एवं उदासीनता के कारण अपना तार खरीद कर बांस-बल्ला के सहारे बिजली प्राप्त करते हैं. विद्युत आपूर्ति के अनियमितता के कारण बच्चों को पढ़ाने-लिखाने का कार्य या तो बैटरी चालित लैंप से कार्य करते हैं या फिर बच्चों को दूसरे स्थान में रख कर पढ़ाते हैं. उक्त मुहल्ले के लोग बीमार होने पर शहर स्थित सदर अस्पताल या निजी चिकित्सक या फिर झोला छाप डॉक्टर की मदद से इलाज करवाते हैं, जो काफी खर्चीला होता है. गरीब और असमर्थ लोगों के लिए इलाज कराना मुश्किल भरा होता है. शिक्षा व साफ-सफाई दयनीयताजगंज फसिया में शिक्षा के लिए बच्चों को दूर के स्कूलों में भेज कर पढ़ाई कराते हैं. कुशवाहा टोला, ताजगंज फसिया जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र मेंआंगनबाड़ी केंद्र की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है. वहीं इस क्षेत्र में शौचालय की सुविधा भी अभी तक बहाल नहीं हो पाया है. सामर्थ्य लोग अपने निजी शौचालय का उपभोग करते हैं. लेकिन निर्धन व गरीब लोगों को शौच के लिए बाहर ही जाना मजबूरी है. साफ-सफाई की सुविधा भी नदारद है. साफ-सफाई का काम लोग निजी स्तर से करते हैं. जबकि लोगों का निगम का भारी भरकम टैक्स अदा करना पड़ता है. लोगों के आजीविका के साधनयहां के लोगों के आजीविका का मुख्य साधन दैनिक मजदूरी एवं खेती है. खेती कर सब्जियां उगाना और बाजार में बेच कर मुनाफा कमाना है. अर्थात शहर का हिस्सा होते हुए ग्रामीण जीवन जीना मजबूरी है. शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नहीं है बल्कि चापाकल के माध्यम से आयरन युक्त पानी पीना मजबूरी है.किसी ने नहीं दिया ध्यानइस मुहल्ले की ओर किसी भी जनप्रतिनिधि ने कभी कोई ध्यान नहीं दिया है. यही वजह है कि मुहल्ला नगर निगम क्षेत्र में रहने के बावजूद विकास के मामले में काफी पीछे हैं. मुहल्ले के लोगों का कहना है कि सभी ने हमलोगों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का काम किया है. यदि थोड़ी भी नेताओं ने मुहल्ले के प्रति संवेदना दिखायी होती तो निश्चित रूप से यहां विकास हुआ होता और लोग बेहतर जिंदगी जी रहे होते, परंतु ऐसा किसी ने किया ही नहीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें