विस चुनाव : नाम वापसी का आज आखिरी दिन

विस चुनाव : नाम वापसी का आज आखिरी दिन प्रतिनिधि, कटिहारविधानसभा चुनाव को लेकर यूं तो सरगर्मी तेज है. नवरात्रा व दशहरा के उमंग के बीच चुनावी रंग फीका पड़ गया है. 25 अक्तूबर के बाद चुनावी सरगर्मी और तेज होगी. हालांकि चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चत करने को लेकर प्रमुख प्रत्याशी व उनके समर्थक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 6:47 PM

विस चुनाव : नाम वापसी का आज आखिरी दिन प्रतिनिधि, कटिहारविधानसभा चुनाव को लेकर यूं तो सरगर्मी तेज है. नवरात्रा व दशहरा के उमंग के बीच चुनावी रंग फीका पड़ गया है. 25 अक्तूबर के बाद चुनावी सरगर्मी और तेज होगी. हालांकि चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चत करने को लेकर प्रमुख प्रत्याशी व उनके समर्थक लगातार जनसंपर्क व क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. हालांकि लोग पूजा के चहल-पहल के बीच प्रत्याशी व उनके समर्थकों को अपेक्षाकृत कम तवज्जो दे रहे हैं. ज्ञात कि संवीक्षा के बाद जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 132 अभ्यर्थी मैदान में हैं. सोमवार को नाम वापसी का आखिरी दिन हैं. नाम वापसी के आखिरी दिन कितने प्रत्याशी अपना नामांकन वापस लेते हैं. यह सोमवार को ही पता चलेगा. -नाम वापस लेने का आखिरी दिन आजयहां के सात विधानसभा क्षेत्रों से कुल 132 उम्मीदवार फिलहाल मैदान में हैं. शनिवार को एक भी प्रत्याशी नामांकन वापस नहीं लिया है. जबकि सोमवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है. जिले में कटिहार विधानसभा क्षेत्र से 22, कदवा से 21, बलरामपुर से 18, प्राणपुर से 24, मनिहारी से 18, बरारी से 16 व कोढ़ा से 13 उम्मीदवार मैदान में हैं. अगर सोमवार को कोई उम्मीदवार नाम वापस लेता है तो उम्मीदवारों की संख्या में कमी हो जायेगी. फिलहाल सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रमुख प्रत्याशी व उनके समर्थक लोगों से संपर्क करने के लिए क्षेत्र में जमे हुए हैं. प्रत्याशी दशहरा के इस माहौल में पूजा पंडाल व दुर्गा मंदिरों, पूजा घर, माता का दर्शन कर रहे हैं बल्कि लोगों से भी आशीर्वाद मांग रहे हैं. -तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटे प्रशासनस्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए जिला प्रशासन अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटी है. एक तरफ जहां मतदान कर्मियों व चुनाव कार्य में लगने वाले अधिकारियों, कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विभिन्न तरह की तैयारी की जा रही है. हालांकि जिला प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती दशहरा व मुहर्रम जैसे त्योहार को शांतिपूर्ण व भाईचारे के साथ संपन्न कराने की है. यद्यपि, इसको लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक स्तर पर व्यवस्था की है.

Next Article

Exit mobile version