सीने पर कलश रखकर पूजा

सीने पर कलश रखकर पूजा-सभी की मन्नत बलरामपुर दुर्गामंदिर में होती है पूरी प्रतिनिधि, बलिया बेलौनबलरामपुर के सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में श्रद्धालु द्वारा छाती पर कलश रख कर उपवास करने के साथ-साथ पूजा अर्चना की जा रही है. नवरात्रि शुरू होते ही हजारों भक्तों द्वारा देवी मां दुर्गा की पूजा अर्चना के लिए मंदिर पहुंच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 6:47 PM

सीने पर कलश रखकर पूजा-सभी की मन्नत बलरामपुर दुर्गामंदिर में होती है पूरी प्रतिनिधि, बलिया बेलौनबलरामपुर के सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में श्रद्धालु द्वारा छाती पर कलश रख कर उपवास करने के साथ-साथ पूजा अर्चना की जा रही है. नवरात्रि शुरू होते ही हजारों भक्तों द्वारा देवी मां दुर्गा की पूजा अर्चना के लिए मंदिर पहुंच रहे है. सार्वजनिक दुर्गा मंदिर बलरामपुर के अध्यक्ष अजीत भगत, सचिव बासू गोस्वामी ने बताया कि पश्चिम बंगाल की सीमा से जुड़ा होने के कारण यहां दुर्गापूजा का पर्व प्रत्येक वर्ष परंपरा के अनुसार मनाया जाता है. सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा करने पर लोगों की यहां मनोकामना पूरी होती है. साथ ही कहा कि कदवा कुम्हड़ी निवासी संतोष कुमार शर्मा द्वारा नवरात्रि के अवसर पर अपने छाती पर कलश स्थापना कर उपवास में लेटे हैं. लगातार नौ दिनों तक बाबा कुछ खाये पिये यह लगातार कलश को अपने छाती पर रख कर दुर्गा मां की उपासना करेंगे. मंदिर कमेटी के सदस्य धीरज कुमार सिंह, श्याम बाबू भगत, देव कुमार मोदक, शंभू गोस्वामी, कृष्ण देव राय ने बताया कि शांति के माहौल में दुर्गा पूजा मनाये जाने के लिए कमेटी द्वारा हर प्रकार की व्यवस्था किया जाता है. साथ ही कहा कि आरती के समय सबसे अधिक भीड़ लगती है. इसके लिए बलरामपुर पुलिस द्वारा सराहनीय योगदान रहता है. इस अवसर पर मेले का भी आयोजन किया जाता है. वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि यहां प्रत्येक वर्ष कोई ना कोई छाती पर कलश स्थापित कर उपवास करता है. इस वर्ष उपवास कर रहे संतोष कुमार शर्मा विगत सात वर्षों से नवरात्रि से नवमी तक छाती पर कलश स्थापित करते आ रहा है. प्रत्येक वर्ष अलग-अलग मंदिरों में उपवास किये जाने की बात कहे.

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