मनिहारी : प्रत्याशियों को मिला चुनाव चह्नि, 18 प्रत्याशी हैं मैदान में
मनिहारी : प्रत्याशियों को मिला चुनाव चिह्न, 18 प्रत्याशी हैं मैदान में फोटो नं. 36 कैप्सन – उपस्थित चुनाव प्रेक्षक व निर्वाची पदाधिकारी.प्रतिनिधि, मनिहारीमनिहारी विधानसभा चुनाव में 18 प्रत्याशी मैदान में हैं. अनुमंडल कार्यालय में नामांकन वापसी के अंतिम दिन सोमवार को किसी भी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लिया. मनिहारी विधानसभा चुनाव […]
मनिहारी : प्रत्याशियों को मिला चुनाव चिह्न, 18 प्रत्याशी हैं मैदान में फोटो नं. 36 कैप्सन – उपस्थित चुनाव प्रेक्षक व निर्वाची पदाधिकारी.प्रतिनिधि, मनिहारीमनिहारी विधानसभा चुनाव में 18 प्रत्याशी मैदान में हैं. अनुमंडल कार्यालय में नामांकन वापसी के अंतिम दिन सोमवार को किसी भी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लिया. मनिहारी विधानसभा चुनाव प्रेक्षक पीआर मीणा की उपस्थिति में निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ अरुण कुमार सिंह ने प्रत्याशियों को प्रतीक चिह्न आवंटित किया. चुनाव प्रेक्षक श्री मीणा ने प्रत्याशियों के साथ बैठक भी की. सीपीआइ के प्रत्याशी अनिरुद्ध प्रसाद सिंह को बाल और हशिया, लोजपा के अनिल कुमार उरांव को बंगला, बसपा के अभिलाशिता उरांव को हाथी, राकांपा के गीता किस्कू को घड़ी, कांग्रेस के मनोहर प्रसाद सिंह को हाथ, राष्ट्र सेवा दल छोटेलाल चौड़े को नारियल, बहुजन मुक्ति पार्टी के तल्लू हेंब्रम को चारपायी, शिवसेना के नगेंद्र चंद्र मंडल को मोतियों का हार, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रभुलाल उरांव को ऑटो रिक्शा, झारखंड मुक्ति मोर्चा के फूलमणि हेंब्रम को फलों से भरी टोकरी, जन अधिकार पार्टी के लीलामाडी को हॉकी और बॉल प्रतीक चिन्ह आवंटित किये गये हैं. जबकि निर्दलीय प्रत्याशी चंपई किस्कू को सिलाई मशीन, दिलीप कुमार मंडल को कैंची, निरमा देवी को प्रेशर कुकर, ब्रज लाल सोरेन को बाल्टी छाप, शंभू कुमार सोरेन को लेटर बॉक्स, शिव कुमार साह को कप-प्लेट, सिकंदर मंडल को बैटरी-टॉर्च प्रतीक चिह्न आवंटित किया गया है. वहीं शिवसेना व झारखंड मुक्ति मोरचा के प्रतीक चिह्न एक समान रहने के कारण अलग-अलग चुनाव चिह्न प्रत्याशी के सुझाव पर आवंटित कर दिया गया, लेकिन झारखंड मुक्ति मोरचा की प्रत्याशी पूर्व प्रमुख फूलमणि हेंब्रम ने पार्टी की ही चुनाव चिह्न की मांग की. इस संबंध में निर्वाची पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि निर्वाचन आयोग के नियमानुसार दोनों पार्टी के समान प्रतीक चिह्न होने के कारण प्रत्याशियों के सहमति से चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया है.