कटिहार. जिले के एससी किसान अब जूट से संबंधित सामान निर्माण को लेकर कला सिखेंगे. जूट से कई तरह के सामानों के निर्माण को लेकर उन्हें जिले के अंदर ही दस दिनों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण आईसीएआर निनफीट कोलकाता के चार वैज्ञानिकों की टीम की ओर से दी जायेगी. आईसीएआर निनफीट के मुख्य वैज्ञानिक एंड हेड, सीबीपी डिविजन के डॉ डीपी राय, सीनियर वैज्ञानिक सुजल दास, टीओ आरके मिश्रा एवं टीए डॉ इप्सिता दास 12 जुलाई को कटिहार आयेंगे. यह जानकारी प्रभारी परियोजना निदेशक आत्मा के शशिकात झा ने दी. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण को लेकर पूरी तैयारी कर ली गयी है. अब तक साठ एससी किसानों ने आवेदन दिया है. टीम की ओर से 12 जुलाई को सभी 60 किसानों का साक्षात्कार लिया जायेगा. साक्षात्कार के आधार पर चयनित 40 एससी किसानों का 13 जुलाई से दस दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि अलग-अलग प्रशिक्षण के लिए मशीनों का क्रय कर लिया गया है. प्रशिक्षण तीन तरह के दिया जाना है. पहला चरण के तहत जूट से निमित बैग आदि बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा. उसके बाद जूट की पत्ती का पेय चाय एवं मूल्य संवर्द्धन विषय पर ट्रेनिंग दिया जाना है. सभी 40 एससी किसानों को मास्टर ट्रेनर के लिए ट्रेनिंग दिया जाना है. ट्रेनिंग के बाद इन सभी को आईसीएआर निनफीट वेस्ट बंगाल की ओर से प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा. बीस किसान मशीन पर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. जबकि बीस किसानों को मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ जूट हैंडीक्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत जूट से बनने वाले कई तरह के सामग्रियों को लेकर प्रशिक्षण दिया जायेगा.
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