अब गांव से गायब रहे सनपटेरा व कैंडिल
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अब गांव से गायब रहे सनपटेरा व कैंडिल
कटिहार : बदलते वक्त के साथ दीपावली पर गांव में भी अब सनपटेरा एवं कैंडिल गायब हो गयी. दीपावली के अवसर पर खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े-बड़े घर के आकार के सनपटेरा बनाकर गांव, देहात में लोगों द्वारा उड़ाया जाता था. विशेष कर बच्चे खूब इसको पसंद करते थे. लेकिन बदलते वक्त के साथ सनपटेरा शहर हो या गांव से गायब हो गया है.
इसका मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है कि लोग अपनी पारंपरिक तरीके को भूल रहे हैं और पश्चिमी सभ्यता को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं. दूसरी चीज आती है कैंडिल की कैंडिल का नाम लेते ही याद आता है कि दीपावली शुरू होते ही लंबे-लंबे बांस व पोल के उपर घर के सामने रंग बिरंगे-तरीके से तैयार कैंडिल को लोग अपने घरों पर लगा देते थे.
उस कैंडिल में दिया या बल्व को जला दिया जाता था. जो आकर्षण का केंद्र रहता था. कैंडिल लगाने को लेकर लोगों में होड़ भी मची रहती थी कि सबसे ऊंचाई पर किसका कैंडिल है.