पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत समेली, राष्ट्रीय राजमार्ग 31 ढाबा सुतारा लाइन होटल के समीप विषहरी स्थान के पास शुक्रवार की सुबह नौ बजे कुरसेला की ओर से आ रही तेज रफ्तार से बालू लदे ट्रक संख्या डब्ल्यूबी-73सी-6386 ने स्कूल वाहन सुतारा मेंही मिशन स्कूल के छात्र से भरे वाहन को ठोंक दिया. इसमें चार […]
पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत समेली, राष्ट्रीय राजमार्ग 31 ढाबा सुतारा लाइन होटल के समीप विषहरी स्थान के पास शुक्रवार की सुबह नौ बजे कुरसेला की ओर से आ रही तेज रफ्तार से बालू लदे ट्रक संख्या डब्ल्यूबी-73सी-6386 ने स्कूल वाहन सुतारा मेंही मिशन स्कूल के छात्र से भरे वाहन को ठोंक दिया. इसमें चार की मौत, दो दर्जन से अधिक बच्चे घायल हो गये. घायलों को इलाज के लिए समेली पीएचसी व कुरसेला पीएचसी ग्रामीणों की मदद से भेजा गया, लेकिन घटना के तुरंत बाद बच्चों के अभिभावक व शिक्षक ने आसपास के ग्रामीणों की मदद से हॉस्पिटल ले गये, तब तक लोगों ने अपने सुविधा अनुसार बच्चों को निजी अस्पताल, पूर्णिया, कटिहार लेकर इलाज के लिए निकल पड़े. लेकिन भीड़ काफी होने पर अफवाह फैली की मृतक बच्चे का लाश नहीं मिल रहा है. यह बात आग के तरह फैल गयी. जहां ग्रामीणों ने उग्र होकर ट्रक में आग लगा दी. सुतारा मेंही मिशन स्कूल में तोड़-फोड़ की. वहीं समेली पीएचसी में स्वास्थ्य कर्मी नहीं रहने के कारण ढंग से बच्चे का इलाज नहीं हो पा रहा था. जिसमें ग्रामीणों का गुस्सा भड़का तो अस्पताल में तोड़-फोड़ और अगजनी की. इस अगजनी में लगभग पंद्रह से बीस लाख की सरकारी क्षति पहुंची है. इस घटना को शांत करने में पुलिस प्रशासन को लगभग पांच घंटे कड़ी मशक्कत के बाद घटना व भीड़ पर को काबू में लाया गया. पूरा समेली पुलिस छावनी में तब्दील है. इस घटना में अगर पुलिस फायरिंग नहीं होती तो पुलिस प्रशासन पर हमला सुनिश्चित था. क्योंकि भीड़ उग्र होने पर पुलिस को एक बार अस्पताल में छिपना भी पड़ा.