दाने-दाने को मोहताज हैं अग्निपीड़ित परिवार

दाने-दाने को मोहताज हैं अग्निपीड़ित परिवार फोटो संख्या-2 कैप्सन-अग्निपीडि़त परिवारों का हाल प्रतिनिधि, कटिहारअमदाबाद प्रखंड के खट्टी भवानीपुर बबलाबन्ना गांव में अगलगी की घटना के 36 घंटे बाद प्रशासन की ओर से पीड़ितों को तत्काल सहायता राशि के रूप में गुरुवार को 68 सौ रुपया प्रति परिवार का भुगतान किया गया. इसके अलावा प्रशासन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2015 6:36 PM

दाने-दाने को मोहताज हैं अग्निपीड़ित परिवार फोटो संख्या-2 कैप्सन-अग्निपीडि़त परिवारों का हाल प्रतिनिधि, कटिहारअमदाबाद प्रखंड के खट्टी भवानीपुर बबलाबन्ना गांव में अगलगी की घटना के 36 घंटे बाद प्रशासन की ओर से पीड़ितों को तत्काल सहायता राशि के रूप में गुरुवार को 68 सौ रुपया प्रति परिवार का भुगतान किया गया. इसके अलावा प्रशासन की ओर से अग्निपीडि़त परिवारों को किसी तरह की कोई राहत सामग्री उपलब्ध नहीं करायी गयी है, जिससे अग्निपीड़ित परिवारों में आक्रोश है. पीड़ित परिवारों का कहना है कि न्रशासन की ओर से उपलब्ध करायी गयी सहायता राशि उंट के मुंह में जीरा के समान है. -सूखा या पका भोजन भी नहीं मिला बबलाबन्ना गांव के अग्निपीडि़त परिवारों को प्रशासन की बेरूखी व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की वजह से तत्काल मिलने वाली सहायता सामग्री उपलब्ध नहीं हो सकी. 40 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अग्निपीडि़त परिवारों को 68 सौ नगद राशि के अलावा किसी तरह की सुविधा प्रदान नहीं की गयी है. जबकि नियम कहता है कि अग्निपीड़ित परिवारों को तुरंत पॉलीथिन, सूखा राशन, लकड़ी, मोमबत्ती, माचिस, चूड़ा, गुड़ आदि की व्यवस्था कर प्रशासन को देना है, जिससे पीड़ित परिवारों को तत्काल कुछ राहत मिल सके. मामले को लेकर सक्रिय नहीं हैं स्वयं सेवी संस्था जिले में स्वयं सेवी संस्थाओं की कमी नहीं है, लेकिन समय आने पर जहां उन्हें पीड़ितों को मदद पहुंचानी है. वहां भी ऐसी संस्था गायब हो जाती है. ऐसे में समाज सेवा की बात करना बेमानी साबित हो रही है.

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