ठंड बढ़ने से कहीं खुशी, कहीं गम

ठंड बढ़ने से कहीं खुशी, कहीं गम-गर्म कपड़ों की खरीदारी हुई तेज, चिकन, मटन, अंडे की बिक्री बढ़ीफोटो संख्या-2,3 कैप्सन-गर्म कपड़ों की खरीदारी करते लोग व अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करता एक गरीब परिवार. प्रतिनिधि, कटिहारठंड का असर बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच कुहासा पड़ने से ट्रेन व सड़क पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 6:43 PM

ठंड बढ़ने से कहीं खुशी, कहीं गम-गर्म कपड़ों की खरीदारी हुई तेज, चिकन, मटन, अंडे की बिक्री बढ़ीफोटो संख्या-2,3 कैप्सन-गर्म कपड़ों की खरीदारी करते लोग व अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करता एक गरीब परिवार. प्रतिनिधि, कटिहारठंड का असर बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच कुहासा पड़ने से ट्रेन व सड़क पर चलने वाले वाहनों पर ब्रेक लग रहा है. गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी आ गयी है. वही वाटर हीटर, गीजर, रूम हीटर आदि की भी बिक्री बढ़ गयी है. इसके अलावा ठंड बढ़ने के साथ ही चिकन, मटन, अंडे की बिक्री में भारी इजाफा हो गया है. जबकि अधिक ठंड व कुहासा पड़ने से फसलों को नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है. हालांकि एक सप्ताह के बाद कड़ाके की ठंड पड़ने की बात मौसम विभाग कह रहा है. दरअसल इस वर्ष ठंड का प्रकोप दिसंबर माह में पहले पड़ रहा है. ऐसे में जनवरी माह में ठंड लोगों को अधिक परेशान करेगी. -गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ी ठंड बढ़ने के साथ ही गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी आ गयी है. जितना अधिक ठंड बढ़ेगा उतना ही गर्म कपड़ों की डिमांड भी बढ़ेगी. इसके साथ ही लोग ठंड से बचाव के लिए कंबल, रजाई आदि की भी खरीदारी जोरों पर करेंगे. हालांकि अभी बाजार में सबसे अधिक बिक्री बच्चों के गर्म कपड़ों की हो रही है. पहले तो स्कूल ड्रेस के गर्म कपड़ों की लोगों की खरीदारी करनी पड़ रही है. घर में पहनने वाले गर्म कपड़ों आदि की खरीदारी से लोग परेशान हो रहे हैं. चूंकि सभी विद्यालयों का ड्रेस कोड अलग है. बच्चों का हर वर्ष कपड़ा भी छोटा हो जाता है. ऐसे में अभिभावकों को हर हाल में गर्म कपड़ों की खरीदारी करना मजबूरी बन गयी है. इसके साथ युवाओं के द्वारा स्वेटर, जैकेट आदि की भी खरीदारी शुरू हो गयी है. -वाटर हीटर, गीजर, रूम हीटर की है डिमांडबाजार में कड़ाके की ठंड पड़ने का इंतजार दुकानदार बेसब्री से कर रहे हैं. चूंकि जितना अधिक ठंड पड़ेगा उतना ही वाटर हीटर, गीजर, रूम हीटर आदि की बिक्री होगी. दुकानदारों ने ठंड को देखते हुए बड़े पैमाने पर इसका स्टॉक भी कर लिया है. हालांकि अभी से इन समानों की बिक्री तेज हो गयी है, लेकिन जब अधिक ठंड पड़ेगी तो इसके बिक्री में इजाफा होगा. एक अनुमान के मुताबिक इन सामनों की बिक्री करोड़ों में होगी. -चिकन व मटन की डिमांड बढ़ीठंड बढ़ने के साथ ही चिकन, मटन, अंडा का कारोबार एका-एक बढ़ गया है. ठंड के मौसम में लोग ऐसे ही भोजन करना पसंद करते हैं. दिसंबर, जनवरी, फरवरी तीन माह में इन चीजों का कारोबार 50 करोड़ से अधिक होने की बात कही जा रही है. अभी फिलहाल अंडे की दुकानें शहर की हरेक चौक-चौराहे पर सज गयी है. शाम होते ही इन अंडे की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ती है. जबकि सुबह में चिकन व मटन खाने वालों की भीड़ देखी जा सकती है.-अलाव की कही नहीं हुई व्यवस्था कुहासा व ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है. इससे गरीब व फुटपाथ पर जीवन गुजर बसर करने वाले लोगों की परेशानी शुरू हो गयी है. लेकिन जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन की ओर से अब-तक शहर में कही भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. जब जोर का ठंड पड़ेगा तो हय तौबा मचेगा. इसके बाद प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था के लिए लकड़ी चौक -चौराहे पर गिरायी जाती है. यदि यही काम पहले कर लिया जाय तो गरीब व फुटपाथ पर रहने वालों की परेशानी थोड़ी कम हो जायेगी.

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