छपरा से पिकअप की वैन चोरी कर भाग रहे चोर को पुलिस ने दबोचा

फलका : छपरा से चोरी की गयी एफसीआइ माल ढोने वाली पिकअप वैन रविवार को छपरा पुलिस व कटिहार पुलिस ने संयुक्त रूप से एनएच-77 के डुम्मर के समीप छापा मार कर बरामद कर लिया. चोरी कर वाहन को मालदा जिला ले जाया जा रहा था. मालूम हो कि छपरा जिला से बीआर-04जे-2101 पिकअप वैन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2015 1:31 AM

फलका : छपरा से चोरी की गयी एफसीआइ माल ढोने वाली पिकअप वैन रविवार को छपरा पुलिस व कटिहार पुलिस ने संयुक्त रूप से एनएच-77 के डुम्मर के समीप छापा मार कर बरामद कर लिया. चोरी कर वाहन को मालदा जिला ले जाया जा रहा था. मालूम हो कि छपरा जिला से बीआर-04जे-2101 पिकअप वैन पिछले दिनों चोरी हुई थी.

उस गाड़ी में जीपीएस यंत्र लगा हुआ था. उसी आधार पर छपरा पुलिस ने वाहन का पीछा किया, परंतु वाहन का चालक काफी शातिर था. वह कई जिलों को पार कर कटिहार जिला पहुंच गया था, परंतु पुलिस का साहस भी काफी बुलंद होता है. छपरा पुलिस ने कटिहार के एसपी से संपर्क साधा. तत्पश्चात कटिहार पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए डीएसपी लाल बाबू यादव के नेतृत्व में एक टीम बनायी. जिसमें कोढ़ा इंस्पेक्टर बीएन सिंह,

कुरसेला थानाध्यक्ष अनोज कुमार, पोठिया ओपी अध्यक्ष प्रवीण कुमार, कोढ़ा थाना अध्यक्ष, फलका थाना अध्यक्ष अनिरुद्ध शास्त्री को कुरसेला से कोढ़ा तक एनएच-31 पर तैनात कर दिया. फलस्वरूप दिन के लगभग 12 बजे चोरी की गयी वाहन व चालक को पकड़ लिया गया. चालक ने जो बयान दिया, उससे पुलिस की नींद उड़ गयी.

लखीसराय के दक्षिण सराय गांव का चंदन राय उस क्षेत्र के वाहन दस हजार रुपया लेकर मालदा बंगाल पहुंचाता है. यह सारा कार्य सरैया कोठी के एक शातिर दलाल मनोज शिवानी करता है. वह चोरी की गाड़ी कम कीमत में खरीदता है और वाहन मालदा जिले के बंगाल में बेच देता है. चालक ने आगे बताया कि इस महीने में उसने तीन चोरी की सफेद पिकअप वैन को बंगाल पहुंचाया है.

खाली स्थान व पुल-पुलिया पर रहता है बड़ा खतरा

नेशनल हाइवे सहित स्टेट हाइवे में खाली स्थान व पुल व पुलिया के पास काफी खतरा रहता है. एक तो कुहासे के कारण सड़क नहीं दिखती है. उपर से पुल-पुलिया के पास टेढ़े मेढ़े व कटाव पूर्ण रास्ता होने के कारण खतरे की संभावना बनी रहती है. खास कर कटिहार जिले के कुरसेला पुल, कोलासी पुल, आजमनगर के लाभा पुल, सहित अन्य पुलों पर एक तरह से मौत ही साक्षात रहती है. हल्की सी लापरवाही चालक को भारी पड़ सकती है.

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