जमा-साख अनुपात में लायें सुधार

जमा-साख अनुपात में लायें सुधार -समीक्षा बैठक में कई बैंकों को प्रभारी डीएम ने दिया निर्देश, बोलेफोटो नं. 11 कैप्सन-बैठक में उपस्थित प्रभारी डीएम मुकेश पांडेय व अन्य.प्रतिनिधि, कटिहारसमाहरणालय के सभाकक्ष में मंगलवार को प्रभारी डीएम मुकेश पांडेय की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक हुई. चालू वित्तीय वर्ष की इस दूसरी डीएलसीसी की बैठक में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 8:12 PM

जमा-साख अनुपात में लायें सुधार -समीक्षा बैठक में कई बैंकों को प्रभारी डीएम ने दिया निर्देश, बोलेफोटो नं. 11 कैप्सन-बैठक में उपस्थित प्रभारी डीएम मुकेश पांडेय व अन्य.प्रतिनिधि, कटिहारसमाहरणालय के सभाकक्ष में मंगलवार को प्रभारी डीएम मुकेश पांडेय की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक हुई. चालू वित्तीय वर्ष की इस दूसरी डीएलसीसी की बैठक में प्रभारी डीएम ने समीक्षा के दौरान लक्ष्य के विरुद्ध अब तक की उपलब्धियों से नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो 31 मार्च 16 तक कटिहार जिला लक्ष्य से काफी पीछे रह जायेगा. समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि फिलहाल जिले का जमा साख अनुपात 49 प्रतिशत है. भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक का जमा-साख अनुपात 30 प्रतिशत के करीब है. इसकी वजह से जिले के सीडी अनुपात में कमी हुई है. बैठक में प्रभारी डीएम ने कहा कि अगली बैठक तक सीडी अनुपात 50 फीसदी अवश्य कर लें. आइसीआइसीआइ बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी व आइडीबीआइ बैंक ने डीआरआइ ऋण तथा कृषि योजना की ऋण देने में उदासीनता पर प्रभारी डीएम ने फटकार लगाते हुए अगली बैठक तक स्थिति में सुधार लाने का निर्देश दिया. बैठक में यूनाइटेड बैंक व यूको बैंक की अनुपस्थिति पर प्रभारी डीएम ने नाराजगी जताते हुए बैंक के नियंत्रक को सूचित करने का निर्देश दिया. जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार वाजपेयी ने बैठक में कहा कि बायोगैस संयंत्र लगाने के लिए कृषि क्षेत्र में ऋण की व्यवस्था है. इसमें अनुदान देने की व्यवस्था भी है. बायोगैस से ऊर्जा के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा मिलती है. समीक्षा के दौरान अग्रणी जिला प्रबंधक बीपी कुशवाहा ने बताया कि वार्षिक साख योजना के तहत जिले की कुल प्राप्ति 40.92 प्रतिशत है. जबकि वित्तीय वर्ष का छह माह समाप्त हो चुका है. इस पर प्रभारी डीएम ने कहा कि अब तक जिले की उपलब्धि 50 फीसदी से अधिक होनी चाहिए. ऐसा नहीं होने से मार्च तक शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल नहीं हो सकती है. इसमें सुधार लायें. बैठक में मौजूद भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि तपस साहा ने कहा कि बैंक शाखा के औचक निरीक्षण करने के दौरान पाया गया है कि बैंक शाखा ऋण आवेदन प्राप्ति की पंजी का संधारण नहीं करते हैं. जबकि यह नियम के विरुद्ध है. एलडीएम श्री कुशवाहा ने जीविका के तहत प्राप्त ऋण आवेदन के शीघ्र निष्पादन पर जोर दिया. सेंट्रल बैंक पूर्णिया के उप क्षेत्रीय प्रबंधक शालीग्राम चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. बैठक में डीपीआरओ अक्षय रंजन, एलडीएम कार्यालय के विवेक कुमार, एसके झा आदि उपस्थित थे.

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