तीन मिलरों के विरुद्ध सरकारी संपत्ति के गबन का मामला दर्ज
कटिहार : राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक भरत भूषण गुप्ता ने जिले के तीन प्रमादी मिलरों के विरुद्ध सरकारी संपत्ति के गबन को लेकर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इन तीन मिलरों ने मेसर्स मां संतोषी हसकिंग राइस मिल टुन्नी दिग्घी जिला उत्तरी दिनाजपुर के प्रोपराइटर निमायी घटक, टुन्नी दिग्घी के ही […]
कटिहार : राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक भरत भूषण गुप्ता ने जिले के तीन प्रमादी मिलरों के विरुद्ध सरकारी संपत्ति के गबन को लेकर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इन तीन मिलरों ने मेसर्स मां संतोषी हसकिंग राइस मिल टुन्नी दिग्घी जिला उत्तरी दिनाजपुर के प्रोपराइटर निमायी घटक, टुन्नी दिग्घी के ही मेसर्स बालाजी मिनी राइस मिल के प्रोपराइटर प्रवीण अग्रवाल एवं मेसर्स शांति राइस मिल के प्रोपराइटर श्याम कमल कुंडू के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 406, 420, 467, 468 तथा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सरकार ने तीनों मिलरों के साथ वर्ष 2012-13 में अधिप्राप्त धान की मिलिंग के लिए एकरारनामा किया था. एकरारनामा के मुताबिक प्राप्त धान का 67 प्रतिशत चावल भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में जमा करना था. लेकिन उन मिलरों के द्वारा निर्धारित मात्रा से कम चावल भारतीय खाद्य निगम को हस्तगत कराया गया. जिसका मूल्य करोड़ों में है.
ज्ञात हो कि सभी मिलर नजदीकी पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती थाना क्षेत्र टुन्नी दिग्घी के ही हैं. पूर्व में भी निगम द्वारा मिलरों के विरुद्ध मामले दर्ज कराये गये हैं. लेकिन पुन: बंगाल के ही मिलरों को धान का मिलिंग कार्य देना पदाधिकारियों के लिए फायदेमंद की बात होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.