सिंघौल पंचायत विकास की रौशनी से दूर
सिंघौल पंचायत विकास की रौशनी से दूर फोटो नं. 36,37 कैप्सन-चापाकल का हाल, बगैर तार का पोल प्रतिनिधि, कटिहारआजमनगर प्रखंड का सिंघौल पंचायत मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है. यहां मुकम्मल व्यवस्था करा पाने की दिशा में प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. प्रभात खबर ने आजमनगर प्रखंड के सिघौल पंचायत […]
सिंघौल पंचायत विकास की रौशनी से दूर फोटो नं. 36,37 कैप्सन-चापाकल का हाल, बगैर तार का पोल प्रतिनिधि, कटिहारआजमनगर प्रखंड का सिंघौल पंचायत मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है. यहां मुकम्मल व्यवस्था करा पाने की दिशा में प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. प्रभात खबर ने आजमनगर प्रखंड के सिघौल पंचायत का जायजा लिया. इस दौरान यहां की बदहाली सामने आयी. सड़क किनारे बगैर तार के पोल गड़े थे. लोगों के अनुसार 1987 के पहले से ही गड़ा पोल मुंह चिढ़ाता आ रहा है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सालमारी द्वारा वर्षों पूर्व कोशी अमृत पेयजल योजना के तहत कई जगहों पर टैंक सहित चापाकल लगाया गया. उक्त योजना पर करोड़ों खर्च सरकार द्वारा किये जाने के बावजूद योजना पूरी तरह फ्लॉप हो गयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि प्राणपुर विधानसभा को दिग्गज विधायक ही नहीं मिला, बल्कि मंत्री भी मिले. बावजूद सिघौल पंचायत आजादी के कई दशक बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. लोग इसका एकमात्र कारण आजमनगर रोहिया घाट पर पुल का नहीं होना मानते हैं. उक्त पुल की मांग को लेकर भी कई बार प्रखंड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन हो चुका है. स्थानीय प्रदीप कुमार, महा आलम, ललित कुमार, तारिक आलम, आरिफ आलम, वाहिद आलम, राजेंद्र मंडल आदि ने जिला प्रशासन से पंचायत में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है.