अनियमितता. 1.97 करोड़ की लागत से बन रहा चिल्ड्रेन पार्क
गुणवत्ता विहीन हो रहा निर्माण निर्माण में हो रहे विलंब पर भी उठ रहा सवाल कटिहार : शहर के मिरचाईबाड़ी स्थित कारगिल स्तंभ के निकट मुख्यमंत्री नगर विकास योजना मद से बन रहे चिल्ड्रेन पार्क के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. एक करोड़ 97 लाख की लागत से पार्क का […]
गुणवत्ता विहीन हो रहा निर्माण
निर्माण में हो रहे विलंब पर भी उठ रहा सवाल
कटिहार : शहर के मिरचाईबाड़ी स्थित कारगिल स्तंभ के निकट मुख्यमंत्री नगर विकास योजना मद से बन रहे चिल्ड्रेन पार्क के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. एक करोड़ 97 लाख की लागत से पार्क का निर्माण हो रहा है. पार्क में बच्चों के घूमने आदि के लिए बन रहे पथ का निर्माण किया जाना है.
इसके निर्माण में गुणवत्ता विहीन कार्य किया जा रहा है. दीवारों के निर्माण में सही मात्रा में सीमेंट का उपयोग नहीं किया जा रहा है. निर्माण में लगे मजदूरों ने उक्त जानकारी दी है. पार्क में शौचालय, विश्राम गृह एवं फूलों का बागान लगाया जाना है. पार्क के लिए ग्रेनाइड लगा बाउंड्रीवाल एवं दो अलग-अलग भव्य द्वार का निर्माण कराया जा रहा है.
एक वर्ष पूर्व हुआ था शिलान्यास: मिरचाईबाड़ी स्थित कारगिल स्तंभ के सामने लगभग एक एकड़ सरकारी भूमि पर बनने वाले इस चिल्ड्रेन पार्क का शिलान्यास स्थानीय विधायक तारकिशोर प्रसाद ने किया था. जिला के आला अधिकारियों के निवास स्थल के आसपास बनने वाले इस पार्क के निर्माण में अत्यधिक विलंब होने की वजह भी लोगों के समझ में नहीं आ रही है. पार्क निर्माण हो रहे विलंब से अनेक सवाल पैदा हो रहे हैं.
कहते हैं कार्यपालक अभियंता: कार्य एजेंसी जिला शहरी विकास अभिकरण के कार्यपालक अभियंता उपेंद्र कुमार ने कहा कि यदि कार्य में अनियमिता बरती जा रही है तो इसकी जांच करायी जायेगी. जांच में दोषी पाये जाने पर संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई होगी.
पार्क स्थल के चयन पर भी सवाल
मुख्य पथ कटिहार-गेड़ाबाड़ी से सटे होने के कारण बच्चों के मनोरंजन व स्वास्थ्य विकास के लिए बन रहा यह पार्क शहर के बच्चों के लिए कितना उपयोगी होगा, यह तो समय ही बतायेगा. जिलावासियों का कहना है कि पार्क का उपयोग सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों के बच्चे ही कर पायेंगे, शहर के आम बच्चों का वहां पहुंच कर पार्क का लाभ उठना थोड़ा मुश्किल भरा होगा. इतना ही नहीं पार्क के आसपास बच्चों का कोई स्कूल भी नहीं है. किशोरों का जमावड़ा यहां जरूर होगा.