बरारी-पीरपैंती के बीच गंगा नदी पर बने पुल
बरारी-पीरपैंती के बीच गंगा नदी पर बने पुल फोटो नं. 32 कैप्सन-इसी गंगा तट पर पुल बनाने की मांग वर्षों से कर रहे लोग. प्रतिनिधि, बरारी प्रखंड क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग गंगा पर पुल निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं हो सकी है. गंगा पर पुल निर्माण जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों की […]
बरारी-पीरपैंती के बीच गंगा नदी पर बने पुल फोटो नं. 32 कैप्सन-इसी गंगा तट पर पुल बनाने की मांग वर्षों से कर रहे लोग. प्रतिनिधि, बरारी प्रखंड क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग गंगा पर पुल निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं हो सकी है. गंगा पर पुल निर्माण जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों की उपेक्षा का शिकार बन कर रह गया है. वर्ष 1971 से अब-तक कटाव के कारण हजारों एकड़ खेती की जमीन गंगा में कट कर विलीन हो चुकी है. आमलोगों व किसानों, मजदूरों ने सांसद, विधायक, विधान पार्षद, प्रमुख, उपप्रमुख से काढ़ागोला घाट से पीरपैंती तक प्रस्तावित गंगा नदी पर पुल सह संपर्क पथ का निर्माण कराने की मांग वर्षों से कर रहे हैं. बरारी प्रखंड का काढ़ागोला गंगा नदी अपनी परंपरागत तरीके से ऐतिहासिक रूप धारण किये सैकड़ों वर्षों से विद्यमान है. प्रखंड मुख्यालय से गंगा घाट की दूरी सन् 1971 में लगभग पंद्रह मील हुआ करती थी. लोग माघी पूर्णिमा का स्नान व माघी मेला में एक सप्ताह कैंप कर सपरिवार रहते थे और गंगा मैया की पूजा अर्चना के साथ पवित्र गंगा मइया का जल घर ले जाते थे. स्थानीय कई बुजुर्गों व राजनीतिकों की माने तो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के समय कटिहार जिला के बरारी गंगा घाट पुल निर्माण की प्रक्रिया हुई थी. गंगा पर पुल का निर्माण होने से काफी फायदे हैं. जो किसान आज दियारा में अपनी हजारों एकड़ खेती में सोना उपजाने के लिए समय पर नहीं जा पाते हैं. अपराधियों पर पुलिस प्रशासन की नकेल होगी. कभी भी लोग अपनी संपत्ति की निगरानी मुश्तैदी से कर सकेंगे. कई जिलों व झारखंड से सिधा संपर्क स्थापित हो सकेगा. व्यवसाय में वृद्धि होगी. आवागमन की सुविधा होगी. बकिया सुखाय पंचायत के लगभग बारह हजार आम जनता को प्रखंड व जिला मुख्यालय आवागमन सुगम हो सकेगा. प्रशासन की धमक दियारा में कभी भी किसी वक्त हो सकेगी. कहते हैं जनप्रतिनिधि ——————-प्रखंड प्रमुख नीलम कौर बताती है कि बरारी प्रखंड सहित पूरे विधानसभा की जनता की मुश्किलों का समाधान काढ़ागोला गंगा घाट पर पुल का निर्माण से ही होगा. प्रखंड उपप्रमुख अजय कुमार सिंह ने सांसद, विधायक व विधान पार्षद से गंगा पर पुल के निर्माण की मांग की है. ऐतिहासिक गुरुद्वारा भवानीपुर काढ़ागोला के प्रधान सरदार अजीत सिंह ने बताया कि 1962 के भारत व चीन युद्ध के दौरान काढ़ागोला गंगा से युध का समान लेकर गंगा-दार्जिलिंग रोड से भारतीय सेना गयी थी. भारतीय सेना ने काढ़ागोला गंगा पर पुल के निर्माण को सामरिक दृष्टिकोण से उचित बताया था. कांग्रेस वरिष्ठ नेता मिथलेश कुमार सिंह बताते हैं कि काढ़ागोला से पीरपैंती तक गंगा पर पुल का निर्माण बरारी विधानसभा की तीन लाख जनता के साथ लाखों लोगों के जीविकोपार्जन, शिक्षा, व्यवसाय, कृषि, विधि व्यवस्था का लाभ मिलेगा. युवा जदयू अध्यक्ष मनोज सिंह कुशवाहा ने गंगा पर पुल निर्माण की मांग बिहार व भारत सरकार से की है. बापू सामाजिक विकास संस्था परिवार ने ऐतिहासिक गंगा-दार्जिलिंग रोड पर मंडरा रहे खतरे व गंगा पर पुल निर्माण कार्य सरकार द्वारा कराये जाने की मांग की है. इससे हजारों एकड़ खेती की जमीन पर मेहनत कर किसान व मजदूर संपन्न हो सकेंगे और कटाव की रफ्तार भी कम हो जायेगी.