रेलवे तेल डिपो में सुरक्षा की अनदेखी
रेलवे तेल डिपो में सुरक्षा की अनदेखी फोटो नं. 8 कैप्सन-तेल डिपो का हाल प्रतिनिधि, कटिहार, रेलवे क्षेत्र के जेनरल स्टोर के बगल में भारत पेट्रोलियम की बीपीसीएल कंपनी द्वारा आरसीडी का निर्माण कराया गया. इस आरसीडी (तेल डिपो) से डीजल चालित रेल इंजन में तेल भरा जाता है. इस तेल डिपो में तीन टैंक […]
रेलवे तेल डिपो में सुरक्षा की अनदेखी फोटो नं. 8 कैप्सन-तेल डिपो का हाल प्रतिनिधि, कटिहार, रेलवे क्षेत्र के जेनरल स्टोर के बगल में भारत पेट्रोलियम की बीपीसीएल कंपनी द्वारा आरसीडी का निर्माण कराया गया. इस आरसीडी (तेल डिपो) से डीजल चालित रेल इंजन में तेल भरा जाता है. इस तेल डिपो में तीन टैंक हैं. जिसमें लाखों लीटर तेल रखने की क्षमता है. इन तीन टैंकों में एक खराब स्थिति में है. लेकिन दो टैंक में कुल तीन लाख 40 हजार लीटर (3,40,000) तेल रखने की क्षमता है. जबकि उक्त दोनों टैंक में 3,30,000 तीन लाख तीस हजार लीटर एचएसडी फ्यूल रखा जाता है. इस संस्थान में एसएससी फ्यूल अधिकारी, तीन स्टॉफ उक्त डिपो की देख-रेख करते हैं. जबकि 27 फील्ड स्टाफ कार्यरत है. डिपो की सुरक्षा बदहाल स्थिति में इस डिपो की सुरक्षा को लेकर पांच से आठ फायर बॉक्स है. जिसकी मरम्मती व अपडेट किया जा रहा है. डिपो की सीमा क्षेत्र के आसपास कचड़े का अंबार लगा हुआ है. यदि उक्त कचरे की ढेर में किसी ने आग लगायी, तब इस डिपो की सुरक्षा व्यवस्था को तार-तार करते हुए भीषण दुर्घटना का आमंत्रण निश्चित है. इस बात से रेलवे प्रशासन बेफिक्र हैं. जबकि आसपास के क्षेत्र में रेलवे के दर्जनों क्वार्टर बने हैं. जिसमें रेल कर्मी निवास करते हैं. वहीं डिपो के सामने से रेलवे ट्रैक गुजरता है. जिस होकर महत्वपूर्ण ट्रेनें व माल गाड़ियां गुजरती है. इसे भी भारी संकट की आशंका बनी हुई है. डिपो के सटे रेलवे मैदान भी जहां रेल अधिकारी से लेकर खेल प्रेमी द्वारा खेलों का आयोजन भी किया जाता है. कहते हैं अधिकारीउक्त डिपो के मामले में रेल अधिकारी डीएमइ(पी) अरविंद कुमार मिश्र कहते हैं कि इस डिपो का निर्माण एवं सुरक्षा आदि की जवाबदेही तेल कंपनी की है. रेल सिर्फ तेल का पैसा और अपना स्टाफ देती है. उन्होंने कहा कि यदि सुरक्षा मामले में कोई कमी और आसपास कचरे का अंबार है तो इसे शीघ्र हटाया जायेगा तथा सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जायेगी.