732 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद
एमडीएम के स्थानीय कार्यालय के अनुसार, चावल के अभाव में सर्वाधिक विद्यालय में एमडीएम बंद है, जबकि कुछ विद्यालय में राशि, रसोइया व अन्य कारणों से एमडीएम बंद है. विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रशासनिक उदासीनता की वजह से विद्यालय में एमडीएम बंद है कटिहार : जिले के सरकारी विद्यालयों में बच्चों मिलने वाले दोपहर […]
एमडीएम के स्थानीय कार्यालय के अनुसार, चावल के अभाव में सर्वाधिक विद्यालय में एमडीएम बंद है, जबकि कुछ विद्यालय में राशि, रसोइया व अन्य कारणों से एमडीएम बंद है. विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रशासनिक उदासीनता की वजह से विद्यालय में एमडीएम बंद है
कटिहार : जिले के सरकारी विद्यालयों में बच्चों मिलने वाले दोपहर का भोजन (एमडीएम) की स्थिति काफी बदतर है. प्रशासनिक उदासीनता की वजह से 732 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद हो चुका है. रविवार तक विद्यालय में अवकाश है. सोमवार को एमडीएम बंद होने वाले विद्यालयों की संख्या और बढ़ सकती है. एमडीएम के स्थानीय कार्यालय के अनुसार चावल के अभाव में सर्वाधिक विद्यालय में एमडीएम बंद है, जबकि कुछ विद्यालय में राशि, रसोइया व अन्य कारणों से एमडीएम बंद है. विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रशासनिक उदासीनता की वजह से विद्यालय में एमडीएम बंद है.
जानकार बताते हैं कि विद्यालय से लेकर राज्य स्तर पर हर कार्य दिवस को ऑन लाइन रिपोर्टिंग की व्यवस्था की गयी है. किस विद्यालय में कब चावल समाप्त हो रहा है, उसकी जानकारी विभाग को विभिन्न स्तरों पर होती है. प्रखंड से लेकर राज्य स्तर पर एमडीएम के अनुश्रवण की व्यवस्था की गयी है. इन तमाम तंत्र व व्यवस्था रहने के बावजूद 732 विद्यालय में एमडीएम बंद हो चुका है.
दूसरी तरफ विभाग खामोश हैं. सूत्रों के अनुसार इतने अधिक विद्यालयों में एमडीएम बंद होने से करीब 2.5 लाख से अधिक बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. वहीं एमडीएम बंद होने से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति भी घट रही है. एक तरफ विभाग 9 बजे से 3.30 बजे तक की समय तालिका लागू करने के लिए विद्यालय को निर्देश जारी किया है.
दूसरी तरफ एमडीएम की यह स्थिति है. यह साफ तौर पर विभाग की दोहरी नीति को परिलक्षित करता है. प्रभात खबर ने एक सप्ताह पूर्व 347 विद्यालय में एमडीएम बंद होने की बात को प्रमुखता से उजागर किया था. उसके बाद भी विभाग व जनप्रतिनिधि ने कोई संज्ञान नहीं लिया. आज स्थिति ये हो गयी कि एम सप्ताह के भीतर 732 विद्यालय में एमडीएम बंद हो गया. अगर स्थिति यही रही, तो आने वाले दिनों में सभी विद्यालय में एमडीएम बंद हो जायेगा.
कहते हैं डीइओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीराम सिंह ने इस संदर्भ में कहा कि चावल आवंटन को लेकर पहल की जा रही है.एक-दो दिन के भीतर विद्यालय को चावल आवंटन कर दिया जायेगा. चावल आवंटन होते ही एमडीएम शुरू हो जायेगा. यह कोशिश की जा रही है कि विद्यालय में हमेशा चावल उपलब्ध रहे और एमडीएम चालू रहे.