आंगनबाड़ी केंद्रों में है लूट की छूट
आंगनबाड़ी केंद्रों में है लूट की छूट मनसाही. प्रखंड क्षेत्र में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में घोर अनियमितता का बोलबाला है. इन केंद्रों में तयशुदा मानकों की अनदेखी का सिलसिला बदस्तूर जारी है. टीएचआर वितरण में लूट का खेल चल रहा है, पर अधिकारी इसे रोकने में विफल हैं. खबरों के लगातार प्रकाशित होने के […]
आंगनबाड़ी केंद्रों में है लूट की छूट मनसाही. प्रखंड क्षेत्र में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में घोर अनियमितता का बोलबाला है. इन केंद्रों में तयशुदा मानकों की अनदेखी का सिलसिला बदस्तूर जारी है. टीएचआर वितरण में लूट का खेल चल रहा है, पर अधिकारी इसे रोकने में विफल हैं. खबरों के लगातार प्रकाशित होने के बाद अधिकारी जिन केंद्रों पर जाते हैं, वे खानापूर्ति के सिवा कुछ नहीं होता. बताया जाता है कि ऐसे निरीक्षण कागजी खानापूर्ति होते हैं और पूर्व प्रायोजित भी. अधिकारी को जिन केंद्रों पर जाना होता है, वहां पहले ही खबर हो जाती है. शुक्रवार को वितरित होने वाले टीएचआर के क्रम में फुलहारा पंचायत के केंद्र संख्या 72 पर लाभुकों को 2 किलो चावल और एक किलो चना का दाल वितरित किया जा रहा था. एक तो चना का दाल वितरण नहीं किया जाता है. दूसरे मसूर दाल के वितरण में इसकी मात्रा मानकों का सरासर उल्लंघन है. यही हाल चावल का है. वितरण सबधन साढ़े बाईस पसेरी के तर्ज पर होता है. यानी दो किलो चावल और एक किलो चना दाल. शिकायतों के बावजूद भी अधिकारी इस पर संज्ञान नहीं लेते हैं और लूट का खेल बदस्तूर चलता रहता है. इस बाबत प्रभारी सीडीपीओ संगीता कुमारी से पूछे जाने पर उन्होंने जवाब देने की बजाय उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. उपरोक्त केंद्र की सेविका आरती कुमारी के पास मौजूद रजिस्टर में दर्ज प्रविष्टि में महीना तारीख समेत कई चीजों का पता नहीं था. अधिकारी को जब कभी ऐसे केंद्रों के बारे में पूछा जाता है तो वे खुद को इससे अनजान बताती है.