जर्जर है भवन, स्कूल जाने से कतराते हैं बच्चे

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By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 2:39 AM

हाल धर्मपुर गांधी उच्च विद्यालय का

समेली : प्रखंड के धर्मपुर गांधी उच्च विद्यालय कृष्णनगर जहां समेली प्रखंड सहित आसपास के लगभग पांच प्रखंडों से बेहतर शिक्षा ग्रहण के लिए यहां पहुंचते हैं. जहां कि स्थति विभागीय उदासीनता के कारण इतनी जर्जर बनी है कि छात्र विद्यालय जाने से कतराते हैं. विद्यालय में कुल छात्रों की संख्या 1065 है .
जहां पठन-पाठन के लिए 17 कमरा है. जो इतनी जर्जर अवस्था में मानों कब गिर जाय. छत का चट्टा गिरने से विद्यालय के छात्र कई बार घायल हो चुके हैं. मूलभूत समस्याओं के मकड़जाल से घिरा यह विद्यालय मरम्मती की बाट जोह रहा. इस विद्यालय में मात्र सात शिक्षक हैं. लाइब्रेरी में पुस्तक का अभाव है. प्रयोगशाला में मकड़जाल बना है. विज्ञान शिक्षक, गणित, संस्कृत, उर्दू के शिक्षकों का अभाव है. शौचालय सिर्फ बालकों के लिए, बालिकाओं के लिए व्यवस्था नहीं है.
पानी की बात करें तो आयरन युक्त चापाकल है. जिसे पीने को छात्र विवश हैं. कई बार तो यहां के छात्र-छात्रा टाईफाइड का शिकार हो चुंके हैं. कमरे की जर्जर स्थिति को लेकर छात्र भय से बरामदे पर बैठते हैं. शिक्षक शिक्षक सदन में , कॉमन रूम, कार्यालय में बैठने से भी कतराते हैं. विद्यालय में विद्युत विभाग की ओर से विद्युत आपूर्ती तो होती है, बिजली बिल भी आता है. प्रधानाध्यापक व स्कूल प्रबंधक छात्र-छात्रा से बिजली शुल्क लेते है .
लेकिन विद्यालय में न तो बल्व का हीं उपयोग किया जाता है और न ही पंखा ही चलता है. विद्यालय के ही कल्याण छात्रावास वर्षों से मृत पड़ा है. वहीं उच्चतर माध्यमिक में लगभग 450 छात्रों का नामांकन है. लेकिन भवन का असुविधा है. उच्चतर माध्यमिक में शिक्षकों की संख्या छह है. जर्जर भवन व मूलभूत सुविधाओं को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक ज्योतिष कुमार मंडल, अरविंद कुमार, अंतर्यामी कुमार अधीश्वर, राहुल कुमार पटेल, परमीत भारती, अनिल झा, राजीव कुमार सहित छात्र छात्राओं ने जिला पदाधिकारी का विद्यालय की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है.

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