लाखों जलमीनार से नहीं टपका एक भी बूंद

लाखों जलमीनार से नहीं टपका एक भी बूंदफोटो नं. 32 कैप्सन-शुद्ध पेयजल के लिए बना जलमिनार पड़ा है बेकार -उदासीनता . प्रखंड के खैरा पंचायत स्थित जलमीनार बना शोभा की वस्तु-लोग आयरनयुक्त पानी पीने को हो रहे हैं विवशप्रतिनिधि, समेलीप्रखंड के खैरा पंचायत स्थित जलमीनार इन दिनों महज शोभा की वस्तु बनी है. यह जलमीनार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 6:45 PM

लाखों जलमीनार से नहीं टपका एक भी बूंदफोटो नं. 32 कैप्सन-शुद्ध पेयजल के लिए बना जलमिनार पड़ा है बेकार -उदासीनता . प्रखंड के खैरा पंचायत स्थित जलमीनार बना शोभा की वस्तु-लोग आयरनयुक्त पानी पीने को हो रहे हैं विवशप्रतिनिधि, समेलीप्रखंड के खैरा पंचायत स्थित जलमीनार इन दिनों महज शोभा की वस्तु बनी है. यह जलमीनार राष्ट्रीय ग्रामीण योजना के अंतर्गत 72.94 लाख की राशि से बनायी गयी है. 24 फरवरी 2009 में इस जलमीनार से पानी की आपूर्ति की गयी थी. महज 15 ही दिन लोग इससे पानी पी सके. इसके बाद आज तक कोई नलकूप में पानी नहीं पहुंचा. लोग आयरन युक्त पानी पीने को विवश हैं. प्रखंड की लगभग पैंतीस हजार की आबादी रोग ग्रस्त हो रहे हैं. इस जलमीनार का निर्माण नाबार्ड से बनाया गया था. कहते हैं जनप्रतिनिधिबीस सूत्री अध्यक्ष मनोज कुमार मंडल, मुखिया सुलेखा देवी, सरपंच सुजीत कुमार निराला, समिति सदस्य प्रकाश मंडल, मुखिया विपिन मंडल, राजद प्रखंड अध्यक्ष विनोद यादव, वार्ड संघ अध्यक्ष सुबोध चौधरी आदि ने बताया कि ऐसे जलमीनार व नलकूप के निर्माण में लाखों की खर्च होने के बावजूद भी प्रखंड के लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं होता. ऐसे में शुद्ध जल जलापूर्ति योजना पूरी तरह फ्लॉप साबित है.कहते हैं ग्रामीणमंटू कुमार, रसिकलाल मंडल, हंस कुमार बादल, सुभाष चंद्र मंडल, महेंद्र प्रसाद मंडल, मोहिद्दीन ने बताया कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में विफल साबित हो रहा है. नाबार्ड के तहत जलमीनार बनाया गया था ताकि लोग शुद्ध जल पी सके. परंतु विभाग की लापरवाही से लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है. उक्त ग्रामीण व जनप्रतिनिधि ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध के लिए जिला पदाधिकारी कटिहार से मांग की है.

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