आदेश के बावजूद शक्षिकिा को तीन वर्षों से नहीं मिला वेतन

आदेश के बावजूद शिक्षिका को तीन वर्षों से नहीं मिला वेतन प्रतिनिधि, कटिहारआजमनगर प्रखंड के विशनपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की शिक्षिका जयलता पांडेय को पिछले तीन वर्षों से प्रखंड विकास पदाधिकारियों द्वारा वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है. संभवत: वेतन नहीं मिलने के कारण उपजे भरण-पोषण की अव्यवस्था व हुक्मरानों, मुलाजिमों की मनमानी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 6:45 PM

आदेश के बावजूद शिक्षिका को तीन वर्षों से नहीं मिला वेतन प्रतिनिधि, कटिहारआजमनगर प्रखंड के विशनपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की शिक्षिका जयलता पांडेय को पिछले तीन वर्षों से प्रखंड विकास पदाधिकारियों द्वारा वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है. संभवत: वेतन नहीं मिलने के कारण उपजे भरण-पोषण की अव्यवस्था व हुक्मरानों, मुलाजिमों की मनमानी से तंग आकर आत्मदाह करने का बड़ा फैसला लेना पड़ा होगा. आत्मदाह की खबर मंगलवार को प्रभात खबर के अंक में प्रकाशित होते ही प्रशासनिक व शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. दरअसल, वेतन भुगतान नहीं होने से अजीज शिक्षिका ने गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को आत्मदाह करने की धमकी दी है. बीडीओ को भुगतान करने का मिला था आदेशजिला स्थापना कटिहार ने अपने पत्रांक 400, दिनांक 31 दिसंबर 2015 को बीडीओ आजमनगर को प्रेषित पत्र में लिखा है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय की शिक्षिका विशनपुर जयलता पांडे का मानदेय वर्ष 2013 के मई माह से आपके द्वारा भुगतान नहीं किया गया है. जब तक माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कोई प्रतिकूल न्याय निर्णय पारित नहीं होता है, तब तक शिक्षिका जयलता पांडेय का स्थगित कार्यरत अवधि का वेतन भुगतान किया जाय तथा नियमित भुगतान किया जाय. बावजूद भुगतान कार्य तीन वर्षों से लंबित पड़ा है. ये सवाल नहीं आखिर भुगतान लंबित क्यों ये सबसे बड़ा सवाल है.स्थापना के पत्र से स्पष्ट हैस्थापना कटिहार द्वारा दिनांक 31 दिसंबर 15 को पांडे को भुगतान करने संबंधी पत्र में इस बात से साफ जिक्र है कि माननीय उच्च न्यायालय में दायर आइपीए नंबर 628/2013 में पारित आदेश के विरुद्ध माननीय सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी नंबर 15093/14 दायर किया गया है. जब तक यहां से निर्णायक आदेश पारित नहीं होता है. इस बीच शिक्षिका श्रीमती पांडेय संबंधित विद्यालय में कार्यरत हैं. इनको नियमित भुगतान किया जाय. बावजूद भुगतान नहीं होनस कई सवालों को खड़ा करने के लिए काफी है. पांडेय ने डीएम से लेकर मुख्य सचिव को लिखा पत्रदिनांक 12 जनवरी 2016 को शिक्षिका पांडेय ने लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि भुगतान बीडीओ द्वारा नहीं किया जा रहा है. 2003 में मेरा नियोजन हुआ तब से आज तक विद्यालय में नियमित कार्यरत हैं. मेरा शैक्षणिक योग्यता हिंदी विद्यापीठ देवघर से है. इसी डिग्री के अन्य शिक्षकों को वेतन भुगतान हो रहा सिर्फ मुझे भुगतान नहीं क्यों? जबकि स्थापना कटिहार ने 28.10.15 को इनका फिक्शेसन भी कर दिया गया है. सवाल ये भी रौंद रहा कि पांडे को डिग्री का हवाला क्यों देना पड़ा.

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