आज भी नदी पार करने के लिए नाव ही सहारा

बलिया बेलौन : क्षेत्र के तैयबपुर पंचायत के बीचों-बीच से महानंदा नदी गुजरने से लोगों का जीवन कष्टमय बीत रहा है. कुल 14 वार्डों में से चार वार्ड महानंदा के पश्चिम में तथा 10 वार्ड पूरब में बसा है. ऐसे में लोगों को छोटी-मोटी काम के लिए महानंदा नदी नाव के सहारे पार करना पड़ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2016 8:00 AM
बलिया बेलौन : क्षेत्र के तैयबपुर पंचायत के बीचों-बीच से महानंदा नदी गुजरने से लोगों का जीवन कष्टमय बीत रहा है. कुल 14 वार्डों में से चार वार्ड महानंदा के पश्चिम में तथा 10 वार्ड पूरब में बसा है. ऐसे में लोगों को छोटी-मोटी काम के लिए महानंदा नदी नाव के सहारे पार करना पड़ता है.
प्रखंड, अनुमंडल, जिला मुख्यालय पहुंचना यहां के लोगों के लिए टेढ़ी खीर है. पंचायत में चिकित्सालय, हाइस्कूल नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है. तैयबपुर पंचायत का 70 प्रतिशत परिवार नदी कटाव से विस्थापित होकर महानंदा तटबंध, सड़क किनारे झोपड़ी बना कर विस्थापित जीवन गुजार रहे हैं. लोगों को मूलभूत सुविधा के साथ कल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल रहा है. शुद्ध पेयजल, बिजली के मामले में काफी पिछड़ा है. पंचायत में केवल कच्ची सड़क होने के कारण वर्षा शुरू होते ही लोगों का घरों से निकलना कठिन हो जाता है. रैयांपुर, बेनीबाड़ी, रतनपुर, भैंसबंधा आदि गांव के लोग कई दशक से विकास की आस लगा बैठे हैं, लेकिन यहां से विकास से कोसों दूर है. ग्रामीणों ने कहा िक अगर नदी पर पुल होता तो परेशानी नहीं होती.
क्या कहते हैं मुखिया व ग्रामीण
मुखिया मो रेयाज आलम ने कहा कि मीड टर्म में चुनाव जीतने के बाद ईंट सोलिंग, मिट्टी भराई के साथ कई विकास कार्य हुआ है. सबसे परेशानी विस्थापित परिवारों को हो रही है. मो मुनइम कमाली ने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के साथ ही चिकित्सालय होनी चाहिए. मो महबूब आलम ने कहा कि लोकसभा, विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने वादा तो किया, चुनाव जीतने के बाद वादा भूल जाता है.
मुनतसीर अहमद ने कहा कि सभी प्रतिनिधियों ने यहां की जनता को ठगा है. मो आजम, हामिद शमसी, नईम यजदानी, मुशफिक कमाली, मदन कुमार, शंभु सिंह, रिफत आला, रेखा देवी आदि ने प्रतिनिधि व प्रशासन से तैयबपुर पंचायत में विकास कार्य चलाने की मांग करते हुए विस्थापित परिवारों को बसाने की मांग करते हुए बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा में सुधार की मांग की है.
साकिब यजदानी

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