सात करोड़ से अधिक के बांटे गये ऋण
आत्मनिर्भर बन बदल सकती हैं समाज की तसवीर : डीएम कटिहार : स्थानीय टाउन हॉल में जीविका के द्वारा स्वयं सहायता समूह के सामाजिक व वित्तीय समावेशन की ओर निरंतर बढ़ते कदम पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी ललन जी, उपविकास आयुक्त मुकेश पांडेय, सेंट्रल बैंक के […]
आत्मनिर्भर बन बदल सकती हैं समाज की तसवीर : डीएम
कटिहार : स्थानीय टाउन हॉल में जीविका के द्वारा स्वयं सहायता समूह के सामाजिक व वित्तीय समावेशन की ओर निरंतर बढ़ते कदम पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी ललन जी, उपविकास आयुक्त मुकेश पांडेय, सेंट्रल बैंक के महाप्रबंधक (फिल्ड) आरके अरोड़ा आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम में कटिहार सहित विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने हिस्सा लिया.
समारोह को संबोधित करते हुए डीएम ललन जी ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के जरिये न केवल महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है बल्कि महिला सशक्तीकरण के साथ-साथ ग्रामीण अर्थ व्यवस्था की मजबूती का मार्ग भी प्रशस्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि एसएचजी के जरिये महिलाएं स्वावलंबी होकर अपने बच्चों को भी पढ़ा रही है. उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि शराब बंदी के साथ-साथ हर सामाजिक कुरीतियों के मुहिम की अगुवाई करें.
मौके पर सेंट्रल बैंक के महाप्रबंधक फिल्ड श्री अरोड़ा ने कहा कि बैंक एसएचजी से जुड़ी महिलाओं के स्वावलंबन और उनके सशक्तीकरण में सहयोग करती रही है. जिस तरह बैंक एसएचजी को ऋण मुहैया कराती है. एसएचजी के महिलाएं समय पर ऋण अदायगी कर बैंक से बेहतर समन्वय के जरिये उतरोत्तर विकास कर सकती है. कार्यक्रम में अग्रणी बैंक प्रबंधक बीपी कुशवाहा सहित कई अधिकारी व बैंक प्रबंधक उपस्थित थे. कार्यक्रम में जीविका के प्रबंधक मूल्यांकन व अनुश्रवण आरफीन परवेज ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला.
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अमित कुमार ने एसएचजी के महिलाओं को स्वावलंबन के संदर्भ में कई महत्वपूर्ण जानकारी दिये. मौके पर जीविका के प्रतिनिधि एके ठाकुर आदि ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम के दौरान कटिहार-पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा व बांका के स्वयं सहायता समूह के बीच 7.26 करोड़ का ऋण वितरण किया गया. कटिहार जिले के स्वयं सहायता समूह के बीच करीब चार करोड़ का ऋण वितरित किया गया.