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झौआ स्टेशन : यात्रियों की होती है फजीहत

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By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2016 4:13 AM

यात्री सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं

कटिहार : कटिहार-बारसोई रेलखंड पर झौआ स्टेशन प्रमुख स्टेशनों में से एक है, लेकिन इस स्टेशन पर आने वाले यात्री मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. स्टेशन की इलेक्ट्रॉनिक घड़ी शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है. पानी देने वाले नल भी सूख गये हैं. यात्री प्रतीक्षालय की हालत ऐसी है कि यहां बैठना लोग मुनासिब नहीं समझते. स्टेशन पर बाइक व साइकिल बेरोक-टोक चलते रहते हैं. सुबह जब बारसोई की ओर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन स्टेशन पर पहुंची, तो स्थिति यह थी कि टिकट के चक्कर में कई यात्रियों की ट्रेन ही छूट गयी.
एक टिकट काउंटर पर्याप्त नहीं
लाखों रुपये का आय देने वाले झौआ रेलवे स्टेशन पर मात्र एक टिकट काउंटर है. इससे स्थिति यह रहती है कि किसी भी पैसेंजर ट्रेन के आगमन पर इस स्टेशन पर बहुत से यात्री टिकट काउंटर पर भीड़ की वजह से बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं. ट्रेन के आगमन के एक घंटे पूर्व से ही यात्रियों की लंबी कतार यह बयां करती है कि इस रेलवे स्टेशन पर एक अतिरिक्त टिकट काउंटर की आवश्यकता है. सबसे अधिक दिक्कत सामान्य दिनों की अपेक्षा हाट के दिनों में होती है, जब यात्री इस रेलवे स्टेशन से अपने समीप के मुख्य बाजारों के लिए प्रस्थान करते हैं.
ट्रेन ही है आवागमन का साधन
कदवा प्रखंड अंतर्गत झौआ रेलवे स्टेशन उसके आसपास बसे लोगों का एकमात्र सुविधाजनक आवागमन का साधन है. चूंकि यदि झौआ एवं उसके आसपास के लोगों को प्रखंड कार्यालय से लेकर अनुमंडल कार्यालय अथवा जिला मुख्यालय जाना होता है, तो रेलगाड़ी ही एकमात्र सहज साधन है.
बारसोई अनुमंडल में अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय शुरू होने के पश्चात इस क्षेत्र के लोगों को समय पर न्यायालय पहुंचने के लिए भी ट्रेन ही एक साधन है. पर, स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं के अभाव में रेल यात्री बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं. झौआ स्टेशन से सबसे नजदीक बाजार में प्रमुख बाजार सालमारी स्थित बाजार है, जहां झौआ एवं उसके आसपास के लोगों का आना-जाना लगा रहता है.

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