अग्निपीड़ित परिवार दाने-दाने को मोहताज
अग्निपीड़ित परिवार दाने-दाने को मोहताज प्रतिनिधि, अमदाबाद, अग्निपीड़ित एक मां ने अपने एक विकलांग बेटी को भोजन की जुगाड़ में जला हुआ अनाज बटोर कर उसे तैयार करने में जुटी हुई है. अग्निपीड़ित परिवारों की दशा देख कुछ स्थानीय लोगों ने कुछ लोगो का भोजन की व्यवस्था किया था. वहीं बीते रात पीड़ित परिवारों ने […]
अग्निपीड़ित परिवार दाने-दाने को मोहताज प्रतिनिधि, अमदाबाद, अग्निपीड़ित एक मां ने अपने एक विकलांग बेटी को भोजन की जुगाड़ में जला हुआ अनाज बटोर कर उसे तैयार करने में जुटी हुई है. अग्निपीड़ित परिवारों की दशा देख कुछ स्थानीय लोगों ने कुछ लोगो का भोजन की व्यवस्था किया था. वहीं बीते रात पीड़ित परिवारों ने अंधेरा में गुजारने को विवश थे. चिलचिलाती धूप में अग्निपीड़ित परिवार अपने परिवारों के साथ गुजारने को विवश है. जब की 24 घंटा के अन्दर अग्निपीड़ित परिवारों के बीच सरकारी स्तर पर सहायता मुहैया कराने का प्रावधान है. सरकारी नियमों का जब पालन ही ना हो तो सरकारी नियम बनाने की क्या जरूरत है.