कातिबों के साथ अन्याय बरदाश्त नहीं किया जायेगा: महबूब
कातिबों के साथ अन्याय बरदाश्त नहीं किया जायेगा: महबूब फोटो-8 कैप्सन- धरना पर बैठे बारसोई दस्तावेज़ नवीस संघ के सदस्य संग विधायक महबूब आलम.प्रतिनिधि, बारसोईनिबंधन कार्यालय में कार्य करनेवाले अनुज्ञप्तिधारी कातिबों को अचानक तुगलकी फरमान जारी करके उनको कार्य से हटा दिया गया है तथा उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. पर हम सरकार […]
कातिबों के साथ अन्याय बरदाश्त नहीं किया जायेगा: महबूब फोटो-8 कैप्सन- धरना पर बैठे बारसोई दस्तावेज़ नवीस संघ के सदस्य संग विधायक महबूब आलम.प्रतिनिधि, बारसोईनिबंधन कार्यालय में कार्य करनेवाले अनुज्ञप्तिधारी कातिबों को अचानक तुगलकी फरमान जारी करके उनको कार्य से हटा दिया गया है तथा उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. पर हम सरकार के इस निर्णय का घोर विरोध करते हैं. इतना ही नहीं कातिबों को फिर से बहाल नहीं किया गया, तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जायेगा. उक्त बातें बारसोई विधायक महबूब आलम ने शुक्रवार को निबंधन कार्यालय बारसोई के परिसर में धरने पर बैठे कातिबों के बीच उनके समर्थन में कहीं. उन्होंने कहा कि अचानक लिए गये उक्त फैसले से बारसोई के सैकड़ों, कटिहार जिला के हजारों तथा बिहार राज्य के लाखों परिवार सड़क पर आ गये हैं. इतना ही नहीं जिस मॉडल फार्म विकसित किया गया है वह काफी त्रुटि पूर्ण है. जिसके चलते आये दिन विवाद तो होगा ही भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा एवं जिस उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है. उस उद्देश्य की पूर्ति ही नहीं होगी. क्योंकि एक निबंधन में हफ्तों का समय लग जायेगा. जबकि वर्तमान समय में कातिवों के सहयोग से एक दिन में निबंधन कार्य संपन्न हो जाता है. वही दस्तावेज नवीश एक सशक्त गवाह भी होते हैं तथा इनके रहने से काफी विवाद का सामाधान पहले ही हो जाता है. श्री आलम ने कहा कि दस्तावेज नवीश एक दक्ष मजदूर की तरह कार्य करते हैं एवं अपने लेखन कला से जनता को सेवा देते हैं. इस कार्य के लिए सरकार उन्हें लाइसेंस तो देती है पर मजदूरी या मानदेय नहीं देती. जबकि इसके जरिए करोड़ों रुपए की मासिक आमदनी सरकार को होती है. इसलिए इन्हें मानदेय, बोनस सहित उनके परिवार को अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए. परंतु उन्हें इनाम देने के बजाय सजा दी जा रही है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इस अवसर पर दस्तावेज नविश संघ के अध्यक्ष मोहम्मद जलालुद्दीन ने कहा कि कातिवों के निबंधन कार्यालय से हट जाने पर उक्त कार्यालय में दलाल और बिचौलियों का बोलबाला होगा. भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा अफसरशाही बढेगी. पदाधिकारी मनमानी करेंगे और सबसे बड़ी बात यह है कि जनता को लाभ मिलने के बजाय और उनका दोहन शोषण होगा. इस अवसर पर भाकपा माले नेता उमेश यादव, मोहम्मद इम्तियाज सहित दर्जनों प्रदर्शनकारी दस्तावेज नवीश उपस्थित थे.